बेमौसम बरसात रबी की फसल के लिये वरदान

मानपुर। उमरिया जिले में विगत दिनों से हो रही बे-मौसम की बारिश से जहां एक और किसानों के चेहरे में मुस्कुराहट है, वहीं दूसरी ओर किसानों के चेहरे मुरझाए नजर आ रहे हैं क्योंकि कुछ किसानों की धान की फसल अभी खेत में पडीं है तथा कुछ किसान धान को कटाई करके खलिहान में एकत्रित किए हैं गहाई नहीं हो पाई जिसके कारण धान की फसल को भारी नुकसान है किसान चिंतित है। मौसम ने मंगलवार की रात में अचानक करवट ली, आसमान में बादल छा गए। इसके साथ ही हवा के बीच वर्षा हुई, जिससे लोग सहम गए। वर्षा से सड़कें कीचड़ से सराबोर हो गई। पानी के कारण खेतों में धान की फसले तैयार अस्त व्यस्त हो गई नुकसान की आशंका से किसान हलकान हैं, वही रवि की फसल के लिए बेमौसम बरसात संजीवनी का काम करेगी। उमरिया जिले में सबसे ज्यादा धान एवं गेहूं की खेती होती है वही ज्यादा तर हिस्से में धान की फसल बोई जाती है, हाल ही में धान की फसल तैयार थी लेकिन बे मौसम बारिश ने किसानों की कमर तोड़ दी है, लगातार तीन दिन से अनवरत रूप से चल रही बारिश किसानों की धान की फसल को भारी नुकसान हो सकता है? अभी लगभग 50 प्रशित से ज्यादा ऐसे किसान थे जिनकी धान की फसल पककर तैयार थी खेत में ही लगी थी और कई किसानों की फसल धान पर ही सूखने के लिए रखी थी, लेकिन बे मौसम बारिश ने किसानों के मेहनत पर पानी फेर दिया है, कई कुंटल धान की फसल पानी में भीगने से खराब होने की आशंका बनी हुई है धान की तैयार फसल में पानी पड़ने से धान में कालापन सहित खराब होने की आशंका बनी हुई है।