यूपी का डीजल एमपी में बेचने का खेल जारी, छोटे टैंकरों से बॉर्डर पार कर एमपी ले जा रहे डीजल
शशिकांत कुशवाहा
उर्जांचल। यूपी से सीधे एमपी पहुंचने वाले छह रुपए लीटर सस्ता डीजल शक्तिनगर के रास्ते मध्यप्रदेश ले जाया जा रहा है। यूपी से अपेक्षाकृत मध्यप्रदेश में डीजल 6 प्रति लीटर महंगा है। जिसके चलते डीजल के अवैध कारोबार को बढ़ावा मिल रहा है। सीमांचल क्षेत्रों में स्थित पंपों से छोटे टैंकरों के जरिए कई हजार लीटर डीजल रोज मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिला में पहुंच रहा है। जिसके कारण मप्र को परोक्ष तो उप्र को अपरोक्ष रूप से राजस्व की हानि हो रही है। बीते दिनों तेल के यह अवैध कारोबार का मामला सार्वजनिक होने के बाद सिंगरौली पुलिस, मोरवा बॉर्डर पर सख्त हुई तो कारोबारियों ने तेल टैंकरों का रास्ता बदल दिया।
जिला आपूर्ति अधिकारी ने कहा
अनपरा के दुल्लापाथर क्षेत्र में स्थित पंपों सहित यूपी के अन्य पंपों का डीजल शक्तिनगर के रास्ते जयंत होते हुए बेरोकटोक एमपी पहुंच रहा है। इस तरह के डीजल के अवैध कारोबार को जिला आपूर्ति विभाग सेवा शर्तों का उल्लंघन मानता है। जिला आपूर्ति अधिकारी राकेश तिवारी ने कहा था कि तेल कंपनियों के साथ बैठक कर इस मामले पर चर्चा उपरांत जरूरत के मुताबिक कार्रवाई होगी लेकिन इस दिशा में बात आगे नहीं बढ़ पाई और अभी तक कोई करवाई नहीं हो पाई है।
मामले में पुलिस का कहना है
उक्त प्रकरण पर शक्तिनगर थाना प्रभारी मिथिलेश मिश्रा का कहना है कि यूपी से एमपी जा रहे डीजल की सूचना पुलिस को है लेकिन मामला आवश्यक वस्तु अधिनियम से जुड़ा है इसलिए पुलिस सीधे हाथ नहीं डाल सकती। इस बाबत डीएसओ डॉ राकेश तिवारी से वार्ता का प्रयास किया गया लेकिन उनका मोबाइल स्विच ऑफ आ रहा था।
हो रही है राजस्व की हानि
यूपी और एमपी के डीजल रेट में 6 के अंतर को कारोबारी भुनाकर मोटा मुनाफा कमा रहे हैं। सूत्रों की माने तो आउटसोर्सिंग कंपनियां भी यूपी के डीजल का प्रयोग एमपी में कर रही हैं और प्रति लीटर ₹6 का मुनाफा अधिकारी अपनी जेब में भर रहे हैं। प्रशासन को सख्त कार्रवाई कर के राजस्व की हानि को रोकने का प्रयास करना चाहिए।