नगरीय निकाय चुनाव…… वार्ड वार्ड में भाजपा की गुटबाजी ही भाजपा के प्रत्याशियों के लिए बन रही चुनौती एक होकर चुनाव में कांग्रेस कर रही है अपने प्रत्याशियों का समर्थन

संतोष शर्मा की कलम से
धनपुरी । निकाय चुनाव को लेकर अब घर-घर प्रत्याशियों ने दस्तक देनी शुरू कर दी है लोगों से समर्थन मांगा जा रहा है वैसे तो चुनाव में हमेशा ही कांग्रेस और भाजपा दोनों में मुख्य मुकाबला होता है लेकिन कहीं ना कहीं इस बार कई वार्ड में निर्दलीय प्रत्याशी भी पूरी ताकत के साथ चुनावी मैदान में टक्कर देते हुए देखे जा रहे हैं निकाय चुनाव में इस बार भाजपा 28 वार्ड में प्रत्याशी उतारी है जो कांग्रेस से दो नामांकन निरस्त होने के बाद 26 प्रत्याशी ही चुनावी मैदान पर हैं भाजपा में जहां गुटबाजी और आपसी विरोध प्रत्याशियों के लिए चुनौती साबित हो रही है तो वहीं इस चुनाव में पहली बार कांग्रेस पूरी एकजुटता के साथ अपने प्रत्याशियों के समर्थन में खड़ी होती हुई देखी जा रही है जिस कारण से ही निकाय चुनाव में पहली बार भाजपा को कड़ी टक्कर मिलती ही देखी जा रही है विगत दिनों भाजपा के कई कद्दावर नेताओं ने पार्टी का साथ छोड़ दिया अपना इस्तीफा देते हुए उन्होंने जो आरोप लगाए वह आज पूरे नगर के अंदर इस चुनावी माहौल में सबसे अधिक चर्चा का विषय बना हुआ है कहीं ना कहीं जनता के बीच से भी यह आवाज सुनी जा रही है कि इतने पुराने भाजपा कार्यकर्ताओं का पार्टी छोड़ देना भाजपा के लिए हितकारी इस चुनाव में नहीं होगा क्योंकि संगठन को मजबूत बनाने से लेकर आम जनता के बीच इन सभी की छवि अच्छी थी और चुनाव के ऐन वक्त पार्टी का साथ छोड़ना पार्टी को कितना नुकसान पहुंचाएगी आने वाले चुनाव परिणाम से यह तस्वीर भी साफ हो जाएगी।
निकाय चुनाव में टिकट वितरण की बात अगर की जाएगी कांग्रेस ने सामंजस्य बनाने में सफल रही थी शुरुआत में ही जिस तरह से 17 वार्ड में सिंगल नामांकन ही भरे गए थे उसी से यह बात साफ हो गई थी कि इस चुनाव में कांग्रेस पूरी एकजुटता के साथ जीत के लिए अपनी तैयारी कर रही है आज अगर 28 वार्ड में देखा जाए तो कांग्रेश की पकड़ मजबूत देखी जा रही है वैसे दो नामांकन निरस्त होने के कारण कांग्रेश के प्रत्याशी चुनावी मैदान में नहीं है लेकिन वह अब निर्दलीय को अपना समर्थन देकर उन्हें जीत दिलाने के लिए अपनी पूरी कोशिश में लगे हुए हैं कांग्रेस के कद्दावर नेता जहां इस बार चुनावी मैदान से बाहर हैं तो कई ऐसे भी कद्दावर नेता है जो चुनावी मैदान पर पूरे दमखम के साथ देखे जा रहे हैं और इन वार्डों में पूरे शहर की नजर भी लगी हुई है कि यहां के चुनावी परिणाम क्या होंगे वार्ड 3 में अगर देखा जाए तो यहां से तीन बार के उपाध्यक्ष शोभाराम पटेल कांग्रेस की टिकट पर चुनावी मैदान में हैं और जिस तरह से उन्हें यहां पर समर्थन मिल रहा है वह कांग्रेस की एक बड़ी रणनीति कही जा सकती है यहां पूरी कांग्रेस एकजुटता के साथ अपने प्रत्याशी के समर्थन में खड़ी नजर आ रही है वहीं भाजपा से यहां पर चुनावी मैदान पर टिकट को लेकर कई दावेदार देखे जा रहे थे लेकिन भाजपा ने सुरेश लोधी को अपना उम्मीदवार बनाया है वह भी अपना प्रचार दमखम के साथ कर रहे हैं लेकिन भाजपा से कहीं अधिक यहां कांग्रेस मजबूत देखने को मिल रही है।
इसी तरह कांग्रेस के उम्मीदवारों के नाम देखे जाएं तो कई वार्ड में वह मजबूत स्थिति के साथ चुनावी मैदान पर अभी से देखे जा रहे हैं वार्ड 17 से कांग्रेस के कद्दावर नेता हनुमान खंडेलवाल चुनावी मैदान में हैं जो पहली बार चुनाव भी लड़ रहे हैं और वार्ड में उन्हें जो समर्थन मिल रहा है वह भी देखा जा सकता है कोयलांचल क्षेत्र में वार्ड 9 से भाजपा के मजबूत प्रत्याशी अरविंद सिंह के सामने कांग्रेस ने संतोष सिंह को उम्मीदवार बनाया है जिस कारण से यहां पर इस बार कांग्रेश की स्थिति काफी मजबूत देखी जा रही है वैसे तो यह वार्ड भाजपा का सबसे मजबूत वार्ड माना जाता है लेकिन इस बार परिस्थिति काफी बदली बदली नजर आ रही है अब नतीजे क्या होंगे परिणाम के बाद सामने आ जाएंगे लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं के अंदर उत्साह जरूर देखा जा रहा है कांग्रेस अपने सभी प्रत्याशियों के समर्थन में पूरी ताकत के साथ मैदान में देखी जा सकती है जिन्हें जिन्हें जिम्मेदारियां दी गई हैं वे उस पर काम कर रहे हैं और कांग्रेसी प्रत्याशियों के पक्ष में जनता का समर्थन मांग रहे हैं वैसे तो शहर के अंदर हमेशा भाजपा ही मजबूत देखी गई है लेकिन इस चुनाव में भाजपा की गुटबाजी भाजपा को कहीं ना कहीं कमजोर करती हुई देखी जा रही है।
कई वार्ड ऐसे हैं जहां पर टिकट वितरण के बाद उठा असंतोष थमने का नाम नहीं ले रहा है कुछ निर्दलीय के रूप में चुनावी मैदान पर डटे हुए हैं तो कुछ संगठन की बातों को मानते हुए अपना नामांकन वापस ले लिए हैं लेकिन अब वह चुनाव में उत्साह के साथ भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में काम नहीं कर रहा है जैसा कि भाजपा का प्रत्येक कार्यकर्ता चुनाव के समय पर काम करते हुए देखा जाता है भाजपा में जो कार्यकर्ताओं में नाराजगी देखी जा रही है प्रत्याशियों को कहीं न कहीं नुकसान पहुंचाने का भी काम करेगी इतनी बड़ी संख्या में भाजपा के कद्दावर नेताओं ने अपना इस्तीफा दे दिया जो आज जिले में ही नहीं प्रदेश में भी चर्चा का विषय बना हुआ है ।
भाजपा के अंदर शहर में अगर देखा जाए तो कई कार्यकर्ता चुनाव से अपने को दूरी बनाए हुए हैं वार्ड वार्ड में कांग्रेश और निर्दलीय प्रत्याशियों का प्रचार प्रसार जोर शोर से देखा जा रहा है लेकिन अभी भी कहीं ना कहीं भाजपा का प्रचार नजर नहीं आ रहा है जो चुनाव के समय पर देखा जाता है नगर के अंदर भाजपा की गुटबाजी अब खुलकर सामने भी आ गई है नाराज कार्यकर्ताओं को वैसे तो मनाने का काम चल रहा है लेकिन कुछ मान रहे हैं तो कुछ अपनी बात अलग तरह से सामने रख रहे हैं वैसे भी मतदान को लेकर समय काफी है और देखना होगा भाजपा क्या रणनीति बनाती है और चुनाव में भाजपा प्रत्याशी कितनी बड़ी संख्या में जीतकर नगरपालिका पहुंचते हैं।