भारतीय परंपराओं को जीवंत बनाए वीएचपी की मातृ शक्ति संगठन ने सावन उत्सव का आयोजन किया

gpm/ विश्व हिंदू परिषद की मातृशक्ति संगठन के द्वारा सावन माह के पावन अवसर पर भारतीय परंपराओं को जीवंत बनाए रखने और महिलाओं को एक सशक्त सांस्कृतिक मंच प्रदान करने के लिए रविवार को “सावन उत्सव 2025” का भव्य आयोजन पटियाला हाउस पेण्ड्रा में किया गया। यह कार्यक्रम पारंपरिक संस्कृति, भक्ति और नारी शक्ति के उत्साहपूर्ण समन्वय का प्रतीक रहा। कार्यक्रम में महिलाओं की बड़ी संख्या में भागीदारी रही और आयोजन सफलता के साथ संपन्न हुआ।
इस उत्सव में महिलाओं द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दी गईं, जिनमें सावन के गीत, झूले, खेल, पारंपरिक नृत्य और भक्ति-भावना से ओतप्रोत कार्यक्रम शामिल रहे। साथ ही, कार्यक्रम में नारी जागरूकता, संस्कृति संवर्धन और सामाजिक एकता पर भी संदेश दिए गए।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन से हुआ। जिसके पश्चात अतिथियों ने अपने विचार व्यक्त किए गए। “एक राखी सैनिक भाई के नाम” आयोजन में मातृशक्तियों द्वारा राखियों का भी संकलन किया गया।
इस कार्यक्रम में विश्व हिंदू परिषद की जिला उपाध्यक्ष सरोज पवार, मातृशक्ति की जिला संयोजिका प्रिया त्रिवेदी, पदाधिकारी तथा स्थानीय समाजसेवियों और महिलाओं ने सक्रिय सहभागिता निभाई। सभी ने आयोजन की प्रशंसा की और इसे हर वर्ष आयोजित करने की इच्छा व्यक्त की।
इस आयोजन में कई प्रकार के खेल रखें गए जैसे चम्मच दौड़ प्रतियोगिता जिसमें शान्ति ओट्टी, जलेबी दौड़ में गरिमा तिवारी, मटकी फोड़ में सरिता नायक, कुर्सी दौड़ में ज्योति साहू प्रथम स्थान पर आईं। इन्हें विश्व हिन्दू परिषद मातृशक्ति द्वारा पुरस्कृत किया गया।
कार्यक्रम के समापन पर सभी महिलाओं को स्मृति चिह्न भेंट किए गए और साथ ही पारंपरिक प्रसाद वितरण भी हुआ। कार्यक्रम का संचालन गरिमापूर्ण एवं उत्सवमय वातावरण में हुआ, जिसमें सावन की हरियाली और भक्तिमय संगीत ने विशेष छटा बिखेरी। जिसमें मुख्य रूप से पुष्पलता तिवारी, बबीता यादव, अनीता मांझी, कंचन मिश्रा, रुक्मिणी तिवारी, विभा तिवारी, संतोषी गोस्वामी, रामेश्वरी धुर्वे, संतोषी साहू, अंजना पटेल, ऊषा गुप्ता, करुणा पटेल, किरण पटेल, सरिता नायक, पूजा त्रिपाठी, विद्या राठौर, शीतल शुक्ला, विभा शुक्ला, गिरिजा पांडे चांदनी, रेखा मिश्रा, गोल्डी त्रिपाठी, कीर्ति श्रीवास्तव, तारा कोल इत्यादि सहित बड़ी संख्या में मातृशक्तियां उपस्थित रहीं।