दृष्टिबाधित शिक्षक जगा रहे शिक्षा की अलख, संवार रहे छात्रों का जीवन कलेक्टर ने अशोक की अध्यापन शैली को सराहा
दृष्टिबाधित शिक्षक जगा रहे शिक्षा की अलख, संवार रहे छात्रों का जीवन कलेक्टर ने अशोक की अध्यापन शैली को सराहा
कटनी। शिक्षक समाज का निर्माता होता है। इसलिये जो सम्मान शिक्षक का है, वह किसी अन्य को प्राप्त नहीं है। जिले में कुछ ऐसे शिक्षक हैं, जिन्होनें अपनी कार्य पद्धति से उदाहरण प्रस्तुत किये हैं।’ कलेक्टर अवि प्रसाद को मंगलवार को भ्रमण के दौरान हीरापुर कौड़िया हाई स्कूल में ऐसे ही एक दृष्टिबाधित दिव्यांग माध्यमिक शिक्षक अशोक कुमार पेंड्रो मिले। जो छात्रों को बड़े ही सहज और सरल अंदाज में बेहतर तरीके से हिन्दी पढ़ाते हुए शिक्षा की रोशनी बिखेर रहे हैं। दोनों आंखो से नेत्रहीन होने के बाद भी शिक्षक अशोक छात्रों के बीच शिक्षा की अलख जगाते हुए ज्ञान की गंगा बहा रहे हैं। कलेक्टर श्री प्रसाद भी अशोक की अध्यापन शैली से खासे प्रभावित हुए और उन्हें अच्छे अध्यापन कार्य के लिये हाथ मिलाकर शाबाशी भी दी। कलेक्टर ने स्वयं कक्षा में छात्रों के साथ पीछे की बैंच पर बैठकर अशोक कुमार पेंड्रो के अध्यापन कार्य को देखा और उनकी शैली के मुरीद बन गये।