दिव्यांग वृद्धजनों को घर पहुंचकर पेंशन राशि दे रहे हैं महात्मा गांधी ग्राम सेवा केन्द्रों के वीएलई!
दिव्यांग वृद्धजनों को घर पहुंचकर पेंशन राशि दे रहे हैं महात्मा गांधी ग्राम सेवा केन्द्रों के वीएलई!
कटनी ॥ लोगों को सुगमता से शासन की योजनाओं का लाभ मिले, यही सुशासन है। मध्यप्रदेश सरकार भी सुशासन की दिशा में नितरोज नये प्रयास कर रही है। यह प्रयास धरातल पर उतरे, इसके लिये प्रशासन द्वारा तत्परता से काम किया जा रहा है। विभिन्न ग्राम पंचायतों के दिव्यांग वृद्धजनों को उनके घर पर ही वृद्धावस्था पेंशन का भुगतान हो, इस दिशा में पहल की है महात्मा गांधी ग्राम सेवा केन्द्रों ने। इन केन्द्रों में नियुक्त किये गये ग्रामस्तरीय उद्यमियों द्वारा दिव्यांग वृद्धजनों के घरों में पहुंचकर आधार इनेबल्ड पेमेन्ट सिस्टम के माध्यम से उनको वृद्धावस्था पेंशन का लाभ प्रदान किया जा रहा है। जिले के ग्राम पहाड़ी के दिव्यांग वृद्धजनों में गेंदलाल बसोर, मनोज बर्मन, ताराबाई बर्मन, गिरनिया बाई, ग्राम हिरवारा की सुविधा यादव, मैकू कोल, राकेश कोल जैसे जिले के अन्य बहुत से वृद्धजनों को महात्मा गांधी ग्राम सेवा केन्द्रों के माध्यम से घर पहुंच सुविधा उपलब्ध कराई गई है। जिला प्रभारी एमजीजीएसके प्रकाश गर्ग ने बताया कि महात्मा गांधी ग्राम सेवा केन्द्र परियोजना के तहत वर्तमान में 75 वीएलई ग्राम पंचायतों में काम कर रहे हैं। उनके द्वारा एमपी ई-डिस्ट्रिक्ट की सेवाओं का लाभ पंचायत स्तर पर पात्र हितग्राहियों को दिया जा रहा है। दिव्यांगों के साथ-साथ एैसे बुजुर्ग जो चलने में असमर्थ हैं, उन्हें भी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिये उनके घर पर सुविधायें उपलब्ध कराई जा रही हैं।