बंद कमरे में चल रहा मतदाता सूची बनाने का खेल, मोटी रकम लेकर बीएलओ कर राजनितिक षड़यंत्र

पैसा बोलता है , बाप बड़ा न भैया सबसे बड़ा रुपैया वाली कहावत फिलहाल नवगठित अमलाई बरगवां नगर पंचायत में चल रहा है, मतदाता सूची तैयार होने के बाद अगले चरण के बचे हुए नगरीय निकाय चुनाव में अमलाई बरगवां का भी चुनाव होना तय है ऐसे में, श्रीवास्तव नामक पदस्थ बीएलओ आनन फानन में मतदाता सूची की कोरम पूर्ति करने में लगे हुए है , इसके लिए बाकायदा नगर के बड़े धन्नासेठो के इशारो पर पूरी मतदाता सूची तैयार हो रही है, सूत्रों की माने तो बीएलओ ने मोटी रकम लेकर मृत लोगो को मतदाता सूची में शामिल किया है और ऐसे मतदाता बिगत दशकों से बाहर के प्रदेशो में जाकर बस गए है उनका नाम भी यथावत रखा गया है ताकि वहां के स्थानीय धन्नासेठो को चुनाव के समय वोट में घोलमोल करा सके , बिंदुवार समझे आप कैसे चल रहा है मतदाता सूची का खेल
१- मतदाता सूची को लेकर शिकायत में बताई गई है कि बंद कमरे में एक जगह बैठ कर स्थानीय नेताओ के इशारों पर काम करने वाले श्रीवास्तव हमेशा विवादों में रहते हुए संवैधानिक पारदर्शिता को दूर रख कर रुपयों के पारदर्शिता को सही समझते हैं और फिर वह बंद कमरा हो या फिर लंबी शिकायत इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता है तभी तो बार-बार शिकायत होने के बाद भी श्रीवास्तव साहब के ऊपर कोई कार्यवाही भी नहीं होती है
२, मतदाता सूची के गड़बड़ी को लेकर पहले भी 2 वर्ष पूर्व मतदाता सूची को लेकर भारी गड़बड़ी की शिकायत सामने आई थी लेकिन कार्यवाही सुनने बनी रहे जबकि विवादित पंचायत और सैकड़ों कार्यवाही के बाद नगर पंचायत को साफ सुथरा रखने के लिए पुराने अधिकारियों को दरकिनार करते हुए नए जिला स्तर के अधिकारियों की पदस्थापना और जिम्मेदारी देते हुए पारदर्शिता के साथ घर घर जाकर पंचनामा तैयार करते हुए मतदाता सूची में नाम जोड़ने और काटने का काम करना चाहिए लेकिन अपने जिम्मेदारियों से मुंह मोड़ कर श्रीवास्तव जैसे कई और बीएलओ अपनी ड्यूटी निभाने में कमजोर साबित हो रहे हैं और सिर्फ अपनी जेब गर्म करके चुनाव लड़ने वाले आपसी अभ्यर्थियों को लड़ाने में लग गए हैं
३ मतदाता सूची के गड़बड़ी को लेकर अगर जांच की जाएगी तो सैकड़ों नाम ऐसे मिलेंगे जोया तो मृत हो चुके हैं फिर भी उनका नाम अभी भी मतदाता सूची में देखने को मिल सकता है वहीं कई लोग अन्य प्रदेश में जाकर निवास कर रहे हैं , फिर भी उन्हें चुनाव के समय उपयोग के लिए जानबूझकर बीएलओ जिंदा करते रहते हैं। बीएलओ की शिकायत होने पर कहते पाए जाते है की सब फिक्स है कोई कुछ नहीं कर सकता, ऐसे में सरकार और निर्वाचन आयोग द्वारा निष्पक्ष चुनाव कराने को लेकर संशय की स्थिति उत्पन्न होती है,
अनूपपुर जिले के नवगठित नगर पंचायत बरगवां अमलाई में चुनाव के पहले ही मतदाता सूची के तैयारी में लगे बीएलओ रुपयों के लालच में सैकड़ों नामों को हेरफेर करने में लग गए हैं और इस फेरबदल में लाखों रुपए लेकर क्षेत्र के प्रभावशाली व्यक्ति के साथ मिलकर बंद कमरे में काम कर रहे हैं जो व्यक्ति यहां से कई वर्ष पूर्व जाकर किसी अन्य जिले में बस गए हैं उनके नाम को पुनः एक बार जिंदा किया जा रहा है इसके अलावा अन्य वार्ड से व्यक्तियों को क्रमांक 3 में रहने वाले व्यक्ति को साथ में जोड़े जाने और वार्ड 15 नंबर में रहने वाले व्यक्ति को अन्य वार्ड में जोड़ें जाने का काम बखूबी रूप से किया जा रहा है इस मामले में सबसे ज्यादा फेरबदल करने वाले बीएलओ में वार्ड क्रमांक 3 के श्रीवास्तव नामक बीएलओ पर स्थानीय नागरिकों ने निर्वाचन शाखा पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई है और साथ ही साथ जांच के साथ कार्यवाही की भी मांग की है स्थानीय लोगों से चर्चा करने पर बताया गया कि कई वर्षों से पंचायत की राजनीति घूमते नजर आ रही थी वही आदमी एक बार फिर से नवगठित नगर पंचायत में सक्रिय होकर काले कारनामों को अंजाम देने में लगा हुआ है निश्चित रूप से बरगवां ग्राम पंचायत काफी विवादों में रहने के बाद नगर पंचायत की दहलीज तक पहुंच पाई है वही अब नए नए विवाद भी सामने आने लगे हैं। सभी लोगों ने निर्वाचन अधिकारी से गुहार लगाई है की बी एल ओ को घर घर जाकर मत दाता सूची बनाया जाने पर जोर दिया जाए जिससे वास्तविक वार्ड की जन संख्या और मतदाता सूची सही तरीके से तैयार हो और निर्वाचन की प्रक्रिया निष्पक्ष रूप से पूर्ण होना चाहिए