मोदी के कार्यक्रम से संगठन ने आखिर क्यों बनाई दूरी @ पढ़िए पूरी खबर

शहडोल । कल 1 जुलाई को शहडोल जिले में दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने के उपरांत देश ही नहीं बल्कि पूरे विश्व के सबसे लोकप्रिय नेता नरेंद्र मोदी का आगमन विराट धरा पर हो रहा है, हालांकि यह आगमन 27 जून को होना था, लेकिन भारी बारिश की चेतावनी के कारण कार्यक्रम को कुछ दिनों के लिए टाल दिया गया, अब यह कार्यक्रम कल अर्थात 1 जुलाई को पूर्व निर्धारित स्थल पर आयोजित होगा, बीते 1 महीने से कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर जिला प्रशासन से लेकर प्रदेश में बैठे अधिकारियों बड़े राजनेताओं ने रात दिन एक कर दिया है, लेकिन स्थानीय स्तर पर भारतीय जनता पार्टी के संगठन इस मामले में पूरी तरह सुस्त नजर आ रहा है, बीते पखवाड़े भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष और स्थानीय विधायकों के द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 9 साल पूरे होने पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, पत्रकार वार्ता भी आयोजित की गई, लेकिन उसके उपरांत प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर कोई प्रेस विज्ञप्ति तक जारी नहीं की गई, यही नहीं भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष कमल प्रताप सिंह या अन्य विधायकों ने तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व भाजपा के अन्य नेताओं तथा कार्यक्रम में आमजनो के उपस्थित होने के लिए प्रेस विज्ञप्ति तक जारी करने की जहमत नहीं उठाई।
जबकि प्रेस विज्ञप्ति जारी करने के लिए भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष, युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष और अन्य अनुषांगिक संगठनों के प्रभारी तथा विधायकों को ज्यादा कुछ नहीं करना पड़ता, बस प्रेस नोट बनाकर के व्हाट्सएप ग्रुप में डाल देना होता है, इन सभी नेताओं ने 27 जून को होने वाले कार्यक्रम से पहले कोई व्रत प्रचार प्रसार किया और न हीं कल आयोजित होने वाले कार्यक्रम के लिए आम लोगों से यहां पहुंचने की अपील तक नहीं की, दूसरी तरफ देखा जाए तो मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खुद 25 जून को व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए भोपाल से अपना व्यस्त समय निकालकर शहडोल पहुंचे थे, उन्होंने हवाई अड्डे लालपुर के साथ ही ग्राम पकरिया में जाकर स्थानीय लोगों से मुलाकात की और यह संदेश दिया कि कार्यक्रम में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी,मुख्यमंत्री के निर्देश पर शहडोल कलेक्टर श्रीमती वंदना वैद्य, संभाग आयुक्त राजीव शर्मा, एडीजीपी डी सी सागर, पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक ने भी अपनी पूरी ताकत कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए झोंक दी, पुलिस सहित लगभग विभागों के मुखिया और अन्य स्टाफ का और लालपुर में लगा दिया गया है लेकिन भारतीय जनता पार्टी का संगठन आखिर पार्टी के सबसे लोकप्रिय नेता भारत के प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लेकर दूरियां क्यों बनाए हुए हैं यह समझ से परे है।