घर में घुस रहे जंगली जानवर, लोगों में दशहत

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उमरिया। पनपथा बफर के ग्राम बड़ी बेल्दी में रविवार-सोमवार की दरमियानी रात स्थानीय गीदही यादव के घर में मादा तेंदुआ घुस गया। जिसके बाद ग्रामीणों ने हिम्मत जुटाकर बाहर से ताला लगा दिया और वन अधिकारियों को जानकारी दी। वहीं बीटीआर अंतर्गत पनपथा बफर के ग्राम बकेली में देर रात बाघिन ने बरामदे में सो रहे रामदयाल कुशवाहा उम्र 45 वर्ष पर हमला कर दिया। इस घटना के बाद पार्क टीम ने देर रात ही घायल को जिला अस्पताल पहुंचा दिया, जहां घायल इलाजरत है। बताया जाता है कि देर रात पनपथा बफर,ताला रेंज एवं पतौर रेंज अधिकारी और पार्क टीम मौके पर पहुंच गई। पार्क अधिकारियों की मौजूदगी में रात करीब 2 से 2.30 बजे ताला खोलकर किसी तरह मादा तेंदुए को पार्क टीम ने जंगल मे हांक दिया। इस बीच ग्रामीण काफी आक्रोशित थे। उनका कहना था कि रेस्क्यू कर मादा तेंदुए को कही और शिफ्ट किया जाए। हाल के दिनों में स्थानीय सुदामा पटेल के घर के करीब तेंदुए की लोकेशन थी। तेंदुए के इसी शावक ने कुत्ते के एक बच्चे को मारकर पेड़ पर चढक़र निवाला बनाया था। कुल मिलाकर करीब दो हफ़्तों से तेंदुए की लोकेशन गांव के इर्द-गिर्द बनी हुई है। जिस वजह से ग्रामीण दहशत में है और तेंदुए के रेस्क्यू करने की बात कह रहे है। पनपथा बफर के ग्राम बकेली में रामदयाल कुशवाहा पर बाघिन का हमला और फिर करीब उसी समय बकेली से 14 किमी दूर इसी परिक्षेत्र के ग्राम बड़ी बेल्दी में तेंदुए की लोकेशन से लोग दहशत में है। इन क्षेत्रों में वन्य प्राणियों की लोकेशन इस वजह से भी अधिक रहती है, क्योंकि पनपथा बफर के बिरहुलिया और करौंदिया बीट के बीच बकेली, उमरिया, करौंदिया, हरदुआ और सुखदास गांव मौजूद है, इसके अलावा इन्ही गांव से सटा पिटोर बीट है, जिसमें पिटोर, बेल्दी, चिल्हारी, पड़वार आदि गांव है। शायद इन्ही कारणों से इन तीनों बीट में विचरण कर रहे वन्य प्राणियों की बीट से सटे गांवों में दस्तक होती रहती है और मानवीय जीवन प्रभावित होता रहता है, ज़रूरी है कि पार्क क्षेत्र से सटे रहवासी क्षेत्र के ग्रामीण वन्य प्राणी की मूवमेंट से सजग रहे और खुद को सुरक्षित रखे। बीटीआर अंतर्गत पनपथा बफर के ग्राम बकेली निवासी रामदयाल कुशवाहा ने बताया कि घायल रामदयाल के घर कुछ मवेशी सार में बंधे थे। इसी बीच देर रात मवेशी का शिकार करने बाघिन सार के अंदर घुसने का प्रयास कर रही थी। तभी मवेशी बहुत ज्यादा आवाज़ करने लगे। इसी दौरान रामदयाल की नींद टूट गई और जैसे ही बिस्तर से उठा, वैसे ही टाइगर पंजा मारते हुए जंगल की ओर भाग गया। इस घटना में घायल का चेहरा गम्भीर रूप से चोटिल हुआ है। घटना के बाद पार्क टीम एक्शन मोड़ पर है, सोमवार की सुबह से ही गांव में हाथी पहुंचे है और टाइगर की मूवमेंट देख रहे है।

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