जल, थल, नभ में महिलाओं का प्रभुत्व है – सविता सुहाने

सुधीर यादव (9407070722)
शहडोल – अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में पंडित शंभूनाथ शुक्ला विश्वविद्यालय शहडोल में दिनांक 3 मार्च से 9 मार्च तक साप्ताहिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है, जिसके अंतर्गत दिनांक 7 मार्च को पुलिस उपमहानिरीक्षक शहडोल सम्भाग सविता सुहाने के मुख्य आतिथ्य एवं विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. रामशंकर की अध्यक्षता में महिलाओं का वैश्विक विकास में योगदान विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम अतिथियों द्वारा मां सरस्वती का पूजन वन्दन किया गया, इसके पश्चात अतिथियों के स्वागत के पश्चात बौद्धिक सत्र प्रारम्भ हुआ। प्रो. सुनीता बाथरे ने प्राचीन काल से लेकर वर्तमान जगत में महिलाओं की स्थिति एवं भूमिका को रेखांकित किया। प्रो. गीता सराफ ने समाज में महिलाओं की भूमिका को सशक्त रूप में प्रस्तुत किया। मुख्य अतिथि पुलिस उपमहानिरीक्षक सविता सुहाने ने सामाजिक जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में महिलाओं की भूमिका को विस्तार से प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि महिलाओं ने सदैव ही समाज का नेतृत्व किया है। महिला जीवन के प्रत्येक स्वरूप में चाहे वह बेटी हो, मां हो, बहू हो, गृहिणी हो या सामाजिक जीवन में घर के बाहर उसकी भूमिका हो, सभी जगह वह सफल है। पुलिस उपमहानिरीक्षक सविता सुहाने ने छोटे छोटे उदाहरणों से महिला की महत्ता को स्थापित करते हुए प्रकाश डाला कि आज महिलाएं समाज के शीर्ष नेतृत्व पर हैं, जल थल नभ में उनका प्रभुत्व है। कार्यशाला के अध्यक्ष विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. रामशंकर ने महिला को आदि शक्ति की संज्ञा से सुशोभित करते हुए महिलाओं की मानसिक दृढ़ता को समझाया, उन्होंने कहा कि इस सृष्टि में मातृत्व का अधिकार केवल महिलाओं को ही है, वह जीवन का मूल आधार है, महिलाओं ने सदैव अनेकों अवसरों पर अपने को सिद्ध किया है।कार्यक्रम का संचालन विश्वविद्यालय शारीरिक शिक्षा एवं खेल विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. आदर्श तिवारी ने किया। आभार प्रदर्शन कुलसचिव प्रो. आशीष तिवारी ने किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के प्राध्यापक एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।