महिला दिवस विशेषांक :-जीव सेवा के प्रति प्रेम की अमिता की अनोखी कहानियां… इस वजह से मिली अलग पहचान…

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महिला दिवस विशेषांक :-जीव सेवा के प्रति प्रेम की अमिता की अनोखी कहानियां… इस वजह से मिली अलग पहचान
कटनी।। संयम असाधारण योग्यता और उत्कृष्ट उपलब्धियों वाले उन जीव प्रेमियों में से एक है नगर की बेटी अमिता श्रीवास पशु प्रेमी के क्षेत्र में भी पूरे जिले सहित प्रदेश में प्रथम श्रेणी के साथ अलग पहचान है। अमिता श्रीवास की निस्वार्थ नीतियों पर उस समय मुहर लग गई जब मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा “सर्वश्रेष्ठ जीव सेवा” से नवाज़ा गया। अमिता की आयु जब 25 वर्ष की थी तभी से वह गायों,कुत्तों और सांपों सहित आवारा पशुओं को बचाने के काम जीव सेवा में लग गईं थी। शहर के पशुप्रेमी अमिता ने सभी जीवों की सेवा लिए मुहीम चला रखी है… दिन रात उनकी सेवा करना अमिता ने अपने जीवन का मकसद बना रखा हैं. पेश है अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर ऐसे पशु प्रेमियों की कहानी जिन्होंने अपने जीवन में बेझिझक पशु सेवा को किया है और निरंतर करती रहेंगी।
मध्य प्रदेश का कटनी जिला…..जिसे मार्वल उद्योग की नगरी और पुराने चुना उद्योग के नाम से भी जाना जाता हैं. यहां कुछ ऐसे लोग भी है जो निःस्वार्थ भाव से पशु प्रेम करते हैं और पशुओं की सेवा में जुटे हैं. बीमार जानवरों का इलाज करना हो या बेसहारा जानवरों को सहारा देना हो….शहर के इस महिला पशुप्रेमी ने सभी जीवों के लिए मुहीम चला रखी है…कटनी नगर में रहने वाले अमिता श्रीवास जिन्हें जानवरों,सांपों, कुत्तों,गायों से बेहद प्यार और लगाव है. वह बताती है की पिछले 7 सालों से निरंतर यह कार्य कर रही हैं पिछले कई वर्षों से निरंतर सांप पकड़ती है और उन्हें सुरक्षित वन विहार में छोड़कर आती हैं. उन्होंने बताया कि यह समझ लिया कि सांप किसी के दुश्मन नहीं बल्कि दोस्त होते हैं. तब से ही उन्होंने  सांप रेस्क्यू करना शुरू किया और वनविहार में उनके लिए सुरक्षित स्थान बना दिया. अमिता ने बताया कि सांप दूध नहीं पीते बल्कि धर्म के नाम पर उन्हे दुःख दिया जाता है. अमिता का गाय से लगाव है….जो बिना किसी स्वार्थ के गायों की सेवा करते आ रही है. अमिता बताती है कि वह सभी गाय… चाहे वो स्ट्रीट गाय हो या या किसी की पालतू गाय या गंभीर स्थिति में पड़ी कोई गाय हो…वह सबका इलाज खुद से करते है.अभी तक अमिता ने 27000 से भी ज्यादा गायों का रेस्क्यू किया है. अमिता ने बताया कि उनके पास अभी कोई पशुशाला नहीं हो पाने के वजह से वह जगह जगह जाकर उनका इलाज करते है. जिसमें उनके दोस्त भी उनकी मदद करते है. अमिता बताती है कि अब तो ऐसा होने लगा है कि हर रोज 5 से 10 केस आते है. जिसे वह बड़ी खुशी पूरा से करती हैं.अन्य पशु पक्षियों की किसी प्रकार की कोई गिनती नहीं है जिसमें जहरीले जीव जंतु सर्प,गोयटा सहित अन्य शामिल है। मध्य प्रदेश में पाए जाने वाले सबसे विषैले तीन इंडियन रसल वाइपर, इंडियन कॉमन कैरेत, इंडियन स्पेक्टीकल कोबरा भी शामिल हैं..इसके अलावा वन्य जीव संरक्षण में बाज, उल्लू, अफ्रीकन बर्ड, कछुआ, मैंना, कोयल, बंदर, लंगूर इत्यादि शामिल है। अमिता को पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मध्यप्रदेश शासन द्वारा जीव दया गौ सेवा सम्मान का प्रथम पुरस्कार,अटल गौरव राष्ट्रीय सम्मान,गौ संवर्धन बोर्ड कैबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त अखिलेशानंद गिरि से पुरस्कृत एवं प्रदेश स्तरीय,जिला स्तरीय पुरस्कार से सम्मानित किया जा चूका हैं। कुछ ऐसे लोग हैं जो जानवरों के दर्द का अहसास कर न सिर्फ उनकी सेवा करते हैं बल्कि उन्हें अपनों सा प्यार भी देते हैं ऐसी हैं अमिता श्रीवास…….

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