समाज में बढ़ती मद्यपान की प्रवृत्ति, चुनौतियां एवं रोकथाम विषय पर कार्यशाला सम्पन्न

शहडोल। शासकीय इंदिरा गांधी गृह विज्ञान कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में सामाजिक न्याय एवं कल्याण विभाग के निर्देशानुसार मद्यपान निषेध सप्ताह अंतर्गत समाज में बढ़ती मद्यपान की प्रवृत्ति, चुनौतियां एवं रोकथाम विषयक एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता महाविद्यालय राजनीति विज्ञान प्रोफेसर डॉ सी.एम.पी.मिश्रा द्वारा अपने उद्बोधन के दौरान मद्यपान एवं मादक पदार्थों में समानताओं की चर्चा करते हुए कहा मद्यपान करने वालों को दंड देने की नहीं बल्कि चिकित्सकीय सुविधाओं की आवश्यकता है। विशिष्ट वक्ता के तौर पर महाविद्यालय संस्कृत विद्वान डॉ. रवीश तमन्ना ताजिर ने अपने उद्बोधन में ऐतिहासिक एवं साहित्यिक पहलुओं पर जोर देते हुए वर्तमान परिस्थितियों में मद्यपान का समाज पर पढऩे वाले प्रभाव एवं उसके दुष्परिणामों के संबंध में अपने विचार अभिव्यक्त किया गया। इसके साथ ही महाविद्यालय इतिहास विद्वान प्रो. बृजकिशोर सिंह जी द्वारा अपने उद्बोधन में बताया कि मादक पदार्थों के सेवन को रोकने में देश की महिलाएं अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं, जिसके लिए उन्हें जागरूक करने की आवश्यकता है। उक्त कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. उषा नीलम ने किया। कार्यक्रम का संचालन प्रो.यमुना धुर्वे एवं आभार अभिव्यक्त प्रो. प्रियंका गुप्ता द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालय एनएसएस प्रभारी डॉ.प्रियंका मार्को, डॉ.एम.एस.हक, डॉ.हीरालाल , प्रो. भूपेंद्र सिंह, डॉ. विनोद सुनार, डॉ. भजनलाल प्रधान, प्रो. लाल सिंह बंजारा, प्रो. नंदकुमार, डॉ. सुनीता सिंह मरकाम एवं बड़ी संख्या में छात्राएं उपस्थित रहीं।