सड़क दुर्घटना में युवक की गई जान
हादसों का कारण बनी खस्ताहाल सड़कें
शहडोल। खूनी सड़क ने मंगलवार की रात्रि एक युवक की जिंदगी छीन ली है। सड़कों पर गड्ढों के होना वाहनों के लिए अक्सर खतरनाक साबित होता है। राष्ट्रीय राजमार्गों सहित वार्डो की सड़कों को लेकर लोगों ने जिला प्रशासन सहित नपा को आड़े हाथों लिया है। बरसात की वजह से सड़क में कीचड़ सहित पानी की वजह के गड्ढे दिखाई नहीं देते हैं। इसकी वजह से हादसों का ग्राफ आये दिन बढ़ रहा है। सड़क के बीच गड्ढों के कारण होने वाली दुर्घटनाओं की वजह से लोग मौत का शिकार हो रहे हैं। हादसों में कमी लाने के लिए गड्ढों का बंद होना जरूरी है, लेकिन जिम्मेदारों ने इस ओर से आंख बंद कर ली है।
युवक की गई जान
मंगलवार की रात तकरीबन 8 बजे बुढ़ार रोड से न्यू बस स्टैंड दो पहिया वाहन से आ रहे एक युवक को बुढ़ार की ओर से आ रहे डम्फर ने ठोकर मारते हुए कुचल दिया, दुर्घटना में स्थानीय सोहागपुर निवासी जीतेन्द्र सोनी 35 वर्ष पिता लखन सोनी के रहने वाले है, जिसमें उसके शरीर के काफी हिस्से में गहरी चोटे आई। जिसमें गोहपारु की गाड़ी 108 एम्बुलेंस को केस मिला, जिसमें से ईएमटी फूलचन्द और पायलेट कृष्ण कुमार पाटकर जो तत्काल घटना स्थल पर पहुंच कर मरीज को प्राथमिक उपचार करते हुए जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया, जहां कुछ घण्टे बाद उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर विवेचना में लिया है।
दावों की निकली हवा
प्रदेश सरकार एक तरफ गड्ढा मुक्त सड़कों के होने का दावा कर रही है। सड़क की मरम्मत करने के नाम पर प्रति वर्ष लाखों रुपये खर्च हो रहे हैं। इसके बाद भी संभागीय मुख्यालय की कई सड़कें गड्ढों में तब्दील हो चुकी हैं, जो हादसों का सबब बने हुए हैं। इस समय बरसात से ये गड्ढे दुर्घटना के लिए ज्यादा खतरनाक हो सकते है। बरसात में सड़कें ठीक से न दिखाई देने से दुर्घटनाओं की शंका बढ़ जाती है। संभागीय मुख्यालय के वार्डाे से गुजरने वाले हाइवे तक की सड़के गड्ढे में तब्दील हो चुकी हैं।