इंसानियत की मिसाल बने बैगा समाज के युवा: घायल युवक को समय पर अस्पताल पहुंचाकर बचाई जान

सड़क पर पड़े युवक की मदद कर दिखाई मानवीय संवेदनशीलता, समाज को दिया सकारात्मक संदेश
अनूपपुर, / जिले में एक बार फिर यह साबित हुआ कि इंसानियत जिंदा है। 17 जुलाई दिन गुरुवार देर रात एक सड़क दुर्घटना में घायल हुए युवक की जान बैगा समाज के चार युवाओं ने समय पर अस्पताल पहुंचाकर बचाई। यह घटना न केवल मानवीयता की मिसाल है, बल्कि समाज में आपसी सहयोग और संवेदनशीलता का प्रेरणादायक उदाहरण भी है।
यह हादसा अनूपपुर जैतहरी मार्ग पर तिपान नदी स्थित साई मंदिर के पास 17 जुलाई दिन गुरुवार रात करीब 11:30 बजे हुआ। ग्राम पंचायत दुलहरा के साहू मोहल्ला निवासी राहुल साहू, जो हर्री फाटक के पास मोटर वाइंडिंग की दुकान चलाता है अपनी दुकान बंद कर घर लौट रहा था। इसी दौरान उनकी बाइक फिसल गई, जिससे वे सड़क पर गिर पड़े और गंभीर रूप से घायल हो गए। उनके सिर में गंभीर चोट आई और खून बहने लगा।
घटना की आवाज सुनकर आसपास के लोग मदद के लिए दौड़े। सबसे पहले तीपान खोली गांव के निवासी सचिन बैग, इंदर बैग, संजय बैग और मनीष बैग मौके पर पहुंचे। चारों युवकों ने स्थिति की गंभीरता को भांपते हुए बिना समय गंवाए 108 एंबुलेंस को कॉल किया और घायल राहुल साहू को जिला चिकित्सालय अनूपपुर पहुंचा भर्ती कराया।
इतना ही नहीं, इन युवाओं ने घायल को अकेला नहीं छोड़ा। वे तब तक अस्पताल में रुके जब तक राहुल के परिजन वहां नहीं पहुंचे। इस दौरान वे उसके इलाज और देखरेख में लगातार सक्रिय रहे। उनकी तत्परता और संवेदनशीलता के कारण राहुल की जान बच सकी।
बैगा समाज के इन युवाओं की इस पहल की हर ओर सराहना हो रही है। उन्होंने यह साबित किया कि मदद के लिए न जाति देखी जाती है, न पहचान – बस एक इंसानियत का भाव होना चाहिए। ऐसे कार्य समाज में सकारात्मकता और भरोसे को बढ़ाते हैं।
स्थानीय प्रशासन से अपेक्षा की जा रही है कि इन युवाओं को सम्मानित कर उनके साहस और मानवता को प्रोत्साहित किया जाए, ताकि ऐसे उदाहरण आगे भी समाज में कायम रह सकें।