कांग्रेस अजब….. नेता गजब

कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने कोविड-19 की रिपोर्ट की सार्वजनिक
(Amit Dubey-8818814739)
उमरिया। संचनालय स्वास्थ्य सेवाएं मध्यप्रदेश सतपुड़ा भवन भोपाल द्वारा आदेश क्रमांक आईडीएसपी/2020/666 दिनांक 19 मई को पत्र जारी किया गया कि कोविड-19 के तहत चिकित्सीय परीक्षण के बाद आई रिपोर्ट में किसी भी व्यक्ति की नाम का खुलासा नहीं किया जाएगा। लेकिन उमरिया जिले के कांग्रेस के जिलाध्यक्ष राजेश शर्मा द्वारा 20 मई को आई रिपोर्ट को सर्वाजनिक करते हुए प्रदेश शासन के नियमों के धज्जियां उड़ दी। साथ ही संबंध में कलेक्टर सहित जिला जनसंपर्क कार्यालय द्वारा भी निर्देश दिये गये थे कि आईसीएमआर द्वारा आई रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया जायेगा, लेकिन सभी नियम कायदों को धता बताते हुए कांग्रेसी जिलाध्यक्ष ने रिपोर्ट सोशल मीडिया में सार्वजनिक कर दी।
नहीं माने आयुक्त के आदेश
सह स्वास्थ्य आयुक्त फैज अहमद किदवई के पत्र में स्पष्ट उल्लेख किया गया था कि संदिग्ध व्यक्ति की रिपोर्ट नेगेटिव आई हो या पॉजिटिव। उल्लेखनीय है कि पूर्व में भी शासन ने निर्देश जारी किए थे, जिसमें कहा गया था कि जांच किए जाने वाले किसी भी व्यक्ति के नाम का खुलासा नहीं किया जाएगा, लेकिन अधिकांश समय इसका पालन नहीं किया गया। अब पुन: सचेत करते हुए कहा है कि जारी जानकारी में सिर्फ पॉजिटिव और नेगेटिव आने वालों की संख्या ही बताई जा सकती है, सरकार ने उक्त संहिता को कड़ाई से लागू करने के लिए आदेश जारी किया है। जिसमें कहा गया कि जांच के दायरे में आए किसी भी व्यक्ति चाहे वह महिला हो या पुरुष अथवा बच्चा किसी का भी नाम किसी भी स्थिति में खुलासा नहीं होगा, इसके लिए सभी संबंधों को पुन: संज्ञान में लाया गया है।
कहां से आई रिपोर्ट
कांग्रेस के जिलाध्यक्ष के द्वारा वॉटसएप के ग्रुप में आईसीएमआर के द्वारा जारी की गई रिपोर्ट वॉयरल की गई है, यह उन तक कहां से पहुंची, क्योंकि गाइड लाईन के तहत रिपोर्ट गोपनीय होती है, इसे सार्वजनिक नहीं किया जा सकता, यह संबंधित जिले के कलेक्टर, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को ही भेजी जाती है, राजेश शर्मा के द्वारा वॉयरल की गई रिपोर्ट आखिर उन्हें कहां से मिली, यह भी एक बड़ा सवाल है। उन तक रिपोर्ट पहुंचाने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों पर कार्यवाही की मांग उठने लगी है।
क्या अपने ही आदेश पर कलेक्टर लेंगे संज्ञान