कार्यवाही नहीं हुई तो 4 को करूंगा आत्मदाह…..रामपाल
Ajay Namdev-7610528622
प्रार्थी ने मुख्यमंत्री व पुलिस महानिदेशक से जांच कराने की मांग
अनूपपुर। अनूपपुर जिला पंचायत के पूर्व सदस्य रामपाल सिंह लहरू ने पुलिस महानिदेशक मध्यप्रदेश भोपाल वीके सिंह को ज्ञापन प्रेषित कर अनूपपुर थाने में पदस्य एएसआई द्वारा रंजिशन व षडयंत्र पूर्ण, फर्जी तरीके से फंसाने व अनूपपुर थाने में दर्ज किये गये प्रकरण को वापस लिये जाने की मांग की है। ज्ञापन में कहा गया है कि रामपाल सिंह जो कि लोकसभा चुनाव की तैयारी कर रहे हैं तैयारी के मदद्देनजर वे शहडोल संसदीय क्षेत्र का भ्रमण कर रहे हैं उन्हें कोतवाली अनूपपुर एएसआई द्वारा लोकसभा चुनाव के मदद्देनजर रखते हुये 109 जैसे अपराध का मुलजिम बनाकर भविष्य को कलंकित करने का प्रयास किया गया है। रामपाल ने पुलिस महानिदेशक से जांच कर उचित कार्यवाही करने की मांग की है।
झूठे मामले में फंसाया जा रहा
रामपाल ने ज्ञापन के माध्यम से बताया कि सोमवार 4 फरवरी को समाचार पत्र के माध्यम से पता चला कि अनूपपुर थाने में मेरे विरूद्ध 109 का प्रकरण फर्जी तरीके से एएसआई मंगला दुबे के द्वारा दर्ज किया गया है। मैं वर्तमान में शहडोल संसदीय क्षेत्र में भ्रमण कर चुनाव की तैयारी कर रहा हूं वहीं दूसरी ओर पुलिस विभाग का विवादास्पद व एएसआई मंगला दुबे द्वारा मुझे मात्र लोकसभा चुनाव के मद्देनजर रखते हुये 109 जैसे अपराध का मुलजिम बनाकर मेरे भविष्य को कलंकित करने का प्रयास जानबूझ कर किया है।
फंसाने का षडयंत्र रचा
विदित है कि मोहन सिंह का प्रकरण कोतवाली अनूपपुर में कायम हुआ है व मोहन सिंह को दवाब व आंतक के बल पर मेरा नाम घसीटने के लिये कहा गया कि जबकि मैनें मोहन सिंह से पूछा तो उसने स्पष्ट किया कि मंगला दुबे बोला कि रामपाल सिंह लहरू का नाम लो, जबकि उसने साफ मना किया कि रामपाल सिंह लहरू बहुत बडे नेता है वे सबकी मदद करते हैं वे ऐसा कोई काम नहीं करते। मंगला दुबे एएसआई विवाद का पर्याप्त है तथा वह आदिवासियों से व्यक्तिगत रंजिश रखता है। मुझे जबरन, रंजिशन फर्जी तरीके से बदनाम करने हेतु मंगला दुबे व्यक्तिगत रूचि लेकर मुझे फंसाने का प्रयास व कलंकित करने का प्रयास कर मेरे राजनीतिक जीवन को प्रभावित करने का प्रयास किया गया।
जांच कर किया जाये कार्यवाही
अंत में पूर्व जिला पंचायत सदस्य ने कहा कि मंगला दुबे एएसआई को कोतवाली अनूपपुर से हटाकर जांच कराने की कृपा कर मेरे विरूद्ध फर्जी दर्ज प्रकरण को समाप्त किये जाने की कृपा करें। अन्यथा मैं विवश होकर 4 मार्च 2019 को मुख्यमंत्री निवासी भोपाल के समक्ष आत्मदाह करूंगा जिसके व्यक्तिगत उत्तरदायी मुख्यमंत्री स्वयं तथा पुलिश प्रशासन के मुखिया वीके सिंह, डीजीपी मध्यप्रदेश भोपाल होगें।