कोरोना @ महामारी की भवायकता को लेकर युद्धस्तर पर तैयारियाँ _ सैकडों बेड तैयार _ 3000 बेडो की पूर्ण हुई रूपरेखा

हैं तैयार हम…व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दे रहे कमिश्नर-कलेक्टर व डीन
जून-जुलाई की भयावकता से निपटने की है माकूल व्यवस्था
जिस कोविड-19 जैसे भयंकर संक्रमण से पूरा विश्व सहित समूचा भारत जूझ रहा है, उस कोविड-19 को प्रशासनिक व स्वास्थ्य अधिकारियों की टीम ने जिले से बाहर का रास्ता दिखाया, संघर्ष अभी थमा जरूर है, लेकिन खत्म नहीं हुआ, जून-जुलाई माह में संक्रमण की भयावकता की आहट को लेकर स्वास्थ्य अमले के जिम्मेदारों के साथ कलेक्टर व कमिश्नर पूरी तरह मुस्तैद नजर आ रहे हैं।
(अमित दुबे-8818814739)
शहडोल। कोविड-19 जैसी वैश्विक महामारी से निपटने के लिए जिले का स्वास्थ्य अमला और प्रशासनिक अधिकारियों की टीम 22 मार्च जनता कफ्र्यू के पहले दिन से जिस मुस्तैदी व ऊर्जा के साथ डटी थी, टोटल लॉक डाउन के आज 56 वें दिन भी प्रशासनिक अधिकारियों की ऊर्जा में कोई कमी नहीं दिख रही। भले ही इन्दौर और भोपाल जैसे महानगरों में कोरोना वॉयरस ने तांडव मचा रखा हो, लेकिन आदिवासी अंचल के इस विराटधरा पर कोरोना अपनी दस्तक देने के बाद भी यहां से चला गया। सोमवार को नवागत कमिश्नर नरेश पाल के साथ कलेक्टर डॉ. सतेन्द्र सिंह और मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. मिलिंद शिरालकर, जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन डॉ. विक्रम बारिया व अन्य अधिकारियों ने व्यवस्थाओं का जायजा लिया, यही नहीं जून व जुलाई माह के दौरान कोरोना वॉयरस के पीक लीव हेतु तैयारियों की भी समीक्षा की। राज एक्सप्रेस से चर्चा के दौरान कलेक्टर डॉ. सतेन्द्र सिंह ने बताया कि मेडिकल कॉलेज के अलावा जिला चिकित्सालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र और अंतिम चरणों में छात्रावास आदि भवनों को चिन्हित किया जा चुका है। 3 हजार के आस-पास बेड की व्यवस्था हम किसी भी समय करने के लिए आज ही तैयार हैं, वहीं मेडिकल कॉलेज की डीन ने बताया कि 50-50 कमरों के हॉस्टलों को जून-जुलाई के लिए तैयार किया जा रहा है। 32 आईसीयू, 97 ऑक्सीजन रूम, 519 बेड जैसी कई व्यवस्थाएं हम कर चुके हैं। 40 नर्साे की भर्ती की है साथ ही डॉक्टर और वार्ड ब्वॉय की भर्ती जल्द करेंगे, साथ उन्होंने बताया कि सोमवार से मेडिकल कॉलेज की ओपीडी भी प्रारंभ कर दी गई है, सोमवार के दोपहर ही कमिश्नर, कलेक्टर व अन्य अधिकारियों ने यहां आकर व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया।
संभागायुक्त ने टटोली नब्ज
कमिश्नर नरेश पाल ने मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया, निरीक्षण के दौरान आईसीयू वार्ड का अवलोकन किया। इस दौरान कमिश्नर को मेडिकल कॉलेज के डीन ने बताया कि इस वार्ड में 130 बेडों की व्यवस्था है तथा 100 बेड मेडिकल कॉलेज हेतु उपलब्ध होने वाले है। कमिश्नर ने बेंटिलेटर कक्ष, आर्थोंपेडिक्स वार्ड़, लायब्रेरी रूम, सैंपल प्रोससिंग रूम,आरटी रूम, पीसीआर रूम आदि विभिन्न वार्डों का विधिवत निरीक्षण किया तथा डीन से स्टाफ एडवान्स एम्बुलेंस सहित विभिन्न पदों की जानकारी ली, साथ ही विभिन्न व्यवस्थाओं के संबंध में भी पंूछताछ की।
मिले बेहतर सुविधा का लाभ
डीन ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में 2 एडवांस एम्बुलेंस उपलब्ध है। कलेक्टर ने बताया कि 4 एम्बुलेंस और मंगाई गई है, जिन्हें बुढार, धनपुरी, ब्यौहारी एवं जयसिंहनगर की चिकित्सालयों का उपलब्ध कराया जाएगा। कमिश्नर ने कहा कि ब्यौहारी, शहडोल से काफी दूरी पर इसलिए वहॉ के चिकित्सालय को और अधिक विकसित करे ताकि जिला एवं संभाग के नागरिकों को बेहतर सुविधा का लाभ मिल सके।
रिक्त पदों को भरने के निर्देश
कमिश्नर ने कन्ट्रोल रूम में चिकित्सा से जुड़े सभी प्रमुखों के मोबाईल नम्बर अंकित कराए ताकि लोगों को सुगंमता हो। उन्होंने मेडिकल कॉलेज में चिकित्सकीय कार्य प्रांरभ कराने हेतु आवश्यक पहल शीघ्र करने के निर्देश डीन को दिया तथा रिक्त पदो की पूर्ति हेतु विज्ञापन जारी करने के निर्देश दिए गए। कमिश्नर ने मेडिकल कॉलेज में पानी, बिजली, साफ -सफाई की व्यवस्था सहित बॉड्रीवाल एवं सुरक्षा आदि की व्यवस्थाओं की विधिवत जानकारी ली।
जीते थे और फिर जीतेंगे
जिला चिकित्सालय में पदस्थ सिविल सर्जन डॉ. विक्रम बारिया ने बताया कि वैश्विक महामारी के पीकलीव हेतु जिले में अधिकतम 649 एक्टिव केस की संभावना व्यक्त की गई है, जिसमें कोविड केयर डेडिकेटिड हॉस्पिटल, मेडिकल कॉलेज शहडोल को बनाया गया है, जहां 514 बेड के अलावा 32 आईसीयू व 6 वेंटिलेटर के साथ ही सिविल अस्पतालों में भी 115 बेड बनाये जायेंगे। श्री बारिया ने कहा कि पूर्व में भी हमारी तैयारियां पूरी थी, जिस कारण महामारी को जिले में न सिर्फ आने से रोकने बल्कि ग्रसित मरीजों को ठीक करने में भी सफलता मिली, उन्होंने बताया कि वर्तमान में 41480 हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन की गोलियां, 1327 एन-95 मॉस्क, 27000 ट्रिपल लेयर मॉस्क, 211 पी.पी.ई किट, 454 टायवेक सूट, 107 नॉन कान्टेक्ट थर्मामीटर, 150 व्ही.टी.एम किट के साथ ही 9 डेथ बॉडी कवर उपलब्ध हैं। जो इस संक्रमण से लडऩे के लिए पर्याप्त हैं।