खिलाडी ने की महाप्रबंधक से शिकायत, मिला नोटिस, मामला एसईसीएल के खेल विभाग में चयन का
Ajay Namdev- 7610528622
अनूपपुर। कोल इंडिया की सहायक कंपनी एसईसीएल के जमुना कोतमा क्षेत्र के खेल विभाग में व्यापक तरह की अनियमितताएं बरती जा रही है जिससे यहां पर खेल गतिविधियां पूरी तरह शून्य हो गई हैं और सिर्फ कागजों में ही खेल गतिविधियां संचालित और खेल के नाम पर पैसों का आहरण फर्जी तरीके से किया जा रहा हैं। ऐसा ही एक मामला प्रकाश में आया है जिसकी शिकायत खिलाड़ी द्वारा महा प्रबंधक से किया गया तो उल्टा उस खिलाड़ी को ही दबाव बनाने के लिए नोटिस थमा दिया गया।
यह है मामला
जमुना कोतमा क्षेत्र के जमुना 5/6 नंबर भूमिगत खदान में सब स्टेशन अटेंडर के पद पर कार्यरत खिलाड़ी विजय कुमार साहू ने महाप्रबंधक जमुना कोतमा क्षेत्र को पत्र लिखकर बताया कि वह क्रिकेट व एथलेटिक मीट सिलेक्शन में गया था और वहां पर उसका पोजीशन ठीक था जिसका चयन नियमानुसार होना चाहिए, लेकिन यहां पर अनियमितता बरसते हुए मुंह देखी खिलाडियों का चयन किया गया। खेल अधिकारी बादल राय द्वारा इस अनियमितता के अलावा भी जो खिलाडियों को ट्रैक सूट कादरी की तरफ से दिया जाता है उसके एवज में बादल राय द्वारा प्रति खिलाड़ी से 200 सौं रूपये की अवैध वसूली की जाती है।
शिकायतकर्ता को मिला नोटिस
विजय कुमार साहू खिलाड़ी ने जब इस पूरे मामले की शिकायत महाप्रबंधक से लिखित रूप में की तो यहां पर वही कहावत चरितार्थ होती है कि उल्टा चोर कोतवाल को डांटे और प्रबंधन ने खिलाडी शिकायतकर्ता विजय कुमार साहू को ही आरोप पत्र एसईसीएल जमुना कोतमा उपक्षेत्रीय प्रबंधक18 /96 देते हुए यह कह दिया कि आपके द्वारा लगाए गए सारे आरोप गलत हैं। आप का यह कृत्य ठीक नहीं है आप 7 दिवस के अंदर इसका जवाब दें।
निष्पक्ष जांच की मांग
शिकायतकर्ता विजय ने आरोप पत्र का जवाब देते हुए कहा कि मेरे द्वारा लगाए गए सभी आरोप सत्य हैं और मैं अपने शिकायत पर अडिग हूं तथा महाप्रबंधक से निष्पक्ष जांच की मांग करता हूं। जब निष्पक्ष जांच हो जाएगी तो स्वता: सच्चाई सामने आ जाएगी। अब देखना यह है कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होती है या छोटे कर्मचारी को हमेशा की तरह फिर से उसकी आवाज को दबा दिया जाएगा यह तो आने वाला समय ही बताएगा।
इनका कहना है-
विजय साहू ने जो सलेक्शन के संबंध में शिकायत किया है तो उसमें मेरा कोई रोल नहीं रहता। सलेक्शन के लिए एरिया में कमेटी बनाई गई है। वह सलेक्शन करती है और रही बात खिलाडियों ट्रैकसूट के लिए 200सौ लिए जाने का तो यह पूरी तरह गलत है कोई भी खिलाडी से पैसा नहीं लिया जाता है।
बादल रायएरिया, स्पोट्र्स ऑर्गेनाइजर, एसईसीएल जमुना कोतमा क्षेत्र