जिला प्रशासन के हस्तक्षेप से नाराज चेकपोस्ट प्रभारी ने बंद किया राजस्व वसूली
जिला प्रशासन के हस्तक्षेप से नाराज चेकपोस्ट प्रभारी ने बंद किया राजस्व वसूली
6 हजार की जगह 1500 की राशिद काटने का अधिकारियों ने दिया था मौखिक आदेश
अनूपपुर। विजय जयसवाल/ मध्य प्रदेश की सीमा एवं अनूपपुर जिले के अंतिम छोर पर स्थित खूंटा टोला चेकपोस्ट में चेक पोस्ट प्रभारी द्वारा दो गाड़ियों को रोक कर नियम कानून के तहत की जा रही कार्यवाही को लेकर विवाद तूल पकड़ रहा है। आरटीओ विभाग के कार्यों में जिला प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद आरटीओ प्रभारी द्वारा जिले के चेक पोस्ट पर राजस्व की वसूली और गाड़ियों की चेकिंग पूर्णता बंद कर दी गई है, जिससे प्रशासन को राजस्व की हानि हो रही है। दरअसल मामला खुटाटोला चेक पोस्ट में पदस्थ महिला अधिकारी ने चेकिंग के दौरान दो वाहनों पर कमी पाए जाने पर 6000 की रसीद काट का जुर्माना लगाने की बात कही थी। जिस पर ड्राइवरों द्वारा सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत की गई थी। गुरुवार को जिला प्रशासन द्वारा शिकायत पर जांच करने के लिए एक जांच दल बनाकर भेजी गई, कई घंटों तक खूंटा टोला आरटीओ पर चली जांच के बाद अधिकारियों द्वारा 1500 रुपये की रसीद कटने का मौखिक आदेश गाड़ी छोड़ने के लिए थे। जिस आरटीओ प्रभारी द्वारा नियम कानून के अनुसार चालानी कार्यवाही करने की बात कही थी।
जिला प्रशासन के हस्तक्षेप से कार्यवाही या हो रही प्रभावित
आरटीओ चेक पोस्ट प्रभारी का कहना है कि जिला प्रशासन द्वारा कार्यवाही यों में हस्तक्षेप करने के कारण राजस्व की वसूली और चेकिंग की कार्यवाही प्रभावित हो रही है। प्रशासन ट्रांसपोर्ट एवं ड्राइवरों के दबाव में आकर 6 हजार रूपए की रसीद 1500 सौ रुपए में कटवाना चाह रहा हैं। जो की पूरी तरह से गलत है। मीनाक्षी गोखले ने कहा कि चेक पोस्ट को बंद कर देना चाहिए लेकिन हम इस तरह के दबाव में काम नहीं कर सकते।
दरसल मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ की सीमा स्थित अंतर्राज्यीय परिवहन चेकपोस्ट खूंटा टोला में जिला प्रशासन की संयुक्त टीम के द्वारा छत्तीसगढ़ से मध्य प्रदेश की सीमा में प्रवेश करने वाले दो ट्रक चालकों से नियम के विपरीत 6 हजार रुपये के रसीद कटवाने की मिली शिकायत की जांच में पहुंची थी।संयुक्त टीम में अनूपपुर के संयुक्त कलेक्टर जेपी धुर्वे, एसडीएम अनूपपुर दीपशिखा भगत ,जैतहरी तहसीलदार टीएस नागदेवे शामिल थे । जिनके द्वारा लगभग 5 घंटे तक जांच की गई और चेक पोस्ट प्रभारी उपनिरीक्षक मीनाक्षी गोखले को जांच हेतु खड़े कराए गए दो ट्रकों की पन्द्रह सौ रुपये की रसीद काटकर उन्हें छोड़ने के लिए जांच टीम ने मौखिक आदेश दिए।
कमियों पर की जा रही थी चलानी कार्यवाही : गोखले
वही चेक पोस्ट प्रभारी मीनाक्षी गोखले ने कहा कि जांच के लिए खड़े कराए गए दो ट्रक में कमियां पाए जाने के बाद चालकों से 6 हजार की रसीद कटवाने के लिए कहा गया था जो शासन के नियम में है। लेकिन ट्रक चालकों द्वारा जिला प्रशासन को इसकी शिकायत की गई। जिस की संयुक्त टीम ने जांच की संयुक्त टीम के द्वारा मौखिक रूप से पन्द्रह सौ रुपये की रसीद काटकर उन्हें छोड़ने के लिये कहा गया, लेकिन जब तक लिखित आदेश नहीं दिया जाता ।तब तक मैं नियम के विपरीत कार्य नहीं करूंगी। वहीं उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासन के बार-बार हस्तक्षेप के कारण कार्य करने में परेशानी हो रही है। मैं अपने विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को इससे अवगत कर आऊंगी। उनका जैसा निर्देश होगा। वैसा कार्य करूंगी ।हम अभी शासन का कार्य कर रहे हैं। शासन चाहे तो परिवहन चेकपोस्ट बंद करा दे और हमें विभागीय कार्य में अटैच कर दें। लगभग 24 घंटे बीत गए है। वही चेक पोस्ट के अधिकारी एवं कर्मचारी रामनगर और खूंटा टोला दोनों चेक पोस्ट पर अपना काम बंद कर विरोध जता रहे हैं।