नसबंदी के बाद महिला की हालत बिगड़ी,हुई मौत ,परिजनों ने स्वास्थ्य विभाग पर लगाये गंभीर आरोप

(शुभम तिवारी)
शहडोल । जिले के बुढ़ार विकासखंड मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में नसबंदी कराने गई प्रदेश की सबसे बड़ी पंचायत बकहो निवासी 34 वर्षीय महिला की मौत हो गई है, परिजनों ने चिकित्सालय प्रबंधन पर आरोप लगाए हैं कि नसबंदी के दौरान उन्हें जो इंजेक्शन दिया गया वह कालातीत हो चुका था, आज दोपहर को ही उसकी बुढ़ार स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर बी डी पटेल द्वारा नसबंदी की गई थी, जिसके बाद अचानक महिला की हालत खराब होने लगी और शाम होते होते चिकित्सकों ने उसे जिला चिकित्सालय शहडोल के लिए रेफर कर दिया, महिला की मौत की खबर के बाद परिजन बिफर गए और उन्होंने चिकित्सालय प्रबंधन को महिला की मौत का जिम्मेदार ठहराया ।
गौरतलब है कि बीते माह ही जिला चिकित्सालय के शिशु गहन चिकित्सा कक्ष में 4 बच्चों की मौत हो गई थी, यह मामला प्रदेश भर में सुर्खियों में रहा बाद में इस पर कार्यवाही करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने तत्कालीन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सहित सिविल सर्जन पर कार्यवाही की थी, एक बार फिर प्रसूता की मौत के बाद जिले कि चिकित्सा व्यवस्था पर की व्यवस्था पर उंगलियां उठने लगी हैं
घटना के संदर्भ में प्रतिनिधि ने बताया गया कि नसबंदी के दौरान गुड़िया सिंह उम्र 34 पति अरविंद सिंह निवासी ओ पी एम रावल मार्केट का हालात बिगड़ी, हालत ज्यादा बिगड़ने पर जिला चिकित्सालय किया रेफर, जिला चिकित्सालय में उपचार के दौरान मौत, नसबंदी के कुछ समय बाद बिगड़ी थी गुड़िया की हालत, परिजनों ने डॉक्टर की लापरवाही के चलते मौत का लगा रहे आरोप, मामला बुढ़ार थाने के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बुढ़ार की घटना है।