नेता की दबंगई से थॉमसन को मौत के बाद भी नहीं मिली दो गज जमीन!
विवाद के बाद तहसीलदार और थाना प्रभारी पहुंचे कब्रस्तान
लाश दफन करने के लिए कब्रस्तान पहुंची मशीन को दिया था लौटा
(Amit Dubey-8818814739)
शहडोल। जिले के अमलाई थाना अंतर्गत रेलवे कालोनी धनपुरी नंबर 3 में रहने वाले 40 वर्षीय थॉमसन मसीह की गुरूवार की सुबह ह्दय गति रूक जाने से मौत हो गई, इसाई समुदाय के थॉमसन मसीह की मौत की सूचना के बाद परिचित व रिश्तेदार उसके घर पहुंचे, आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण नगर पालिका से मदद की गुहार लगाई गई, जिसके बाद सुबह करीब 10 से 11 के बीच में नगर पालिका परिषद धनपुरी से पुराने वार्ड नंबर 3 में स्थित इसाईयों के कब्रस्तान में शव दफनाने के लिए गड्ढे हेतु जेसीबी भेजी गई, लेकिन नगरपालिका के शासकीय वाहन को पूर्व भाजपा मण्डल अध्यक्ष व पूर्व पार्षद शशि उपाध्याय ने कार्य करने से रोक दिया। ईसाई समुदाय ने आरोप लगाया कि शशि उपाध्याय यहां उन्हें शव दफन करने से रोक रहे हैं, पूर्व में भी कथित भाजपा नेता की ऐसी हरकतों की शिकायतें स्थानीय थाने सहित एसपी और कलेक्टर तक को दी जा चुकी है। दोनों पक्षों के बीच शव दफनाने को लेकर हुए विवाद को सुलझाने के लिए स्थानीय तहसीलदार और थाना प्रभारी धनपुरी मौके पर पहुंचे। दो घंटे तक चले नाटकीय घटना क्रम के बाद मामला तो सुलझ गया, लेकिन विवाद के कारण हुई देरी की वजह से मौत के बाद भी गुरूवार को थॉमसन मसीह को दो गज जमीन नसीब नहीं हो सकी।
दशकों पुराना है कब्रस्तान
नगर पालिका के पुराने वार्ड नंबर 3 में ईसाई समुदाय का यह कब्रस्तान दशकों पुराना है, जहां 40 से 70 साल पहले तक की कब्रें आज भी मौजूद हैं। यही नहीं शहडोल जिले के बुढ़ार, धनपुरी, खैरहा, नवगवां, राजेन्द्रा, बकहो, साबो सहित पड़ोसी जिले अनूपपुर के अमलाई, संजय नगर, बरगवां आदि दर्जनों ग्रामों में रहने वाले ईसाई समुदाय के बीच यही अकेला कब्रस्तान है, जहां उनके पूर्वजों के शव दफन होते आये हैं, लेकिन नगर पालिका में बैठी पूर्व की परिषद के भाजपा नेताओं द्वारा कब्रस्तान के नाम पर आवंटित और राज्य सरकार में आज भी दर्ज कब्रस्तान स्थल पर श्मशान के नाम पर बाऊंड्रीवाल, सड़क व शेड बनवा दिया गया, जिसके बाद यहां हिन्दु समुदाय के चंद लोगों ने भी यहां अंतिम संस्कार किया।
तहसीलदार ने कराया था मुक्त
पखवाड़े भर पहले ही पूर्व में हुई शिकायत के बाद तहसीलदार बुढ़ार भरत सोनी ने राजस्व कर्मचारियों को लेकर उक्त स्थल का निरीक्षण किया था, जहां यह आरोप था कि भाजपा नेता द्वारा कब्रस्तान के गेट में ताला लगा दिया गया है और ईसाईयों को शव दफनाने से रोका जा रहा है, अमलाई के ईसाई परिवार द्वारा बीते वर्षाे में ऐसे ही विवाद के कारण बुजुर्ग महिला की मौत के बाद उसका शव दफनाने के लिए जब कब्रस्तान में लगे ताले को नहीं खोला गया तो मजबूरी में उसने अपनी मां के शव को घर पर ही दफनाया था। उक्त परिवार के घर पर बनी कब्रगाह से इन आरोपों की पुष्टि भी की जा सकती है। पखवाड़े भर पहले तहसील भरत सोनी ने ही यहां पहुंचकर वर्तमान में संयुक्त रूप से बने श्मशान-कब्रस्तान का निरीक्षण कर वहां नया ताला लगवाकर उसकी चाभी नपा को सौंपी थी, लेकिन पखवाड़ा बीता ही नहीं, विवाद फिर खड़ा हो गया।
टला विवाद, आज दफन होगा शव
गुरूवार की सुबह विवाद के बाद बड़ी संख्या में ईसाई समुदाय के लोग व अन्य नागरिक धनपुरी थाने और नगर पालिका पहुंचे, पूरे घटना क्रम की सूचना प्रशासनिक अधिकारियों को दी गई, जिसके बाद तहसीलदार भरत सोनी और थाना प्रभारी धनपुरी सुदीप सोनी दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और थॉमसन मसीह के शव को दफनाने की बात पर सबकी सहमति बनवाई, मौके पर तहसीलदार ने यह भी कहा कि वे कलेक्टर को पत्र भेजकर ईसाई समुदाय के लिए अन्यत्र कब्रस्तान हेतु जमीन आवंटित करवायेंगे, तब तक इसी कब्रस्तान में शव दफनाये जायेंगे। यही नहीं यह भी स्पष्ट किया गया कि उक्त परिसर की चाभी नगर पालिका में मौजूद रहेगी, ईसाई समुदाय के लोग अपने पूर्वजों की कब्रगाहों पर प्रार्थना, साफ-सफाई आदि के लिए स्वतंत्र रहेंगे, लेकिन इस पूरे नाटकीय घटना क्रम की वजह से गुरूवार को थॉमसन मसीह का शव दफन नहीं हो सका।