भगवा चोले की आड में पूरन ने दिखाई भाईगिरी

Ajay Namdev- 7610528622

पंचायत की दुकान सहित मोटर पंप व यात्री प्रतिक्षालय पर किया कब्जा

पडोसी जिले से करपा आकर पूरन नामक दबंग द्वारा सरकारी संपत्ति पर न सिर्फ कब्जा किया गया, बल्कि उसने लाखों की लागत से बने यात्री प्रतिक्षालय को तोड कर अपना मकान बनवा लिया। खुद को भाजपा नेता बताने वाले कथित स्वयंभू नेता पंचायत द्वारा आवंटित की गई दूसरे की दुकान पर भी कब्जा कर लिया है।
अनूपपुर/करपा। जनपद पंचायत पुष्पराजगढ अंतर्गत ग्राम पंचायत करपा के तत्कालीन सचिव भुजलु प्रसाद कुरमेश्वर के करीबी व कथित भाजपा नेता पूरन नायक के कृत्य से आमजन प्रभावित हो रहें हैं। ग्राम पंचायत करपा द्वारा हॉट बाजार की नीलामी रोस्टर प्रणाली के तहत किया गया था, जिसमे अवतार सिंह नीलामी राशि जमा कर दुकान प्राप्त किया था, लेकिन कथित भाजपा नेता के द्वारा दबंगई पूर्वक ताला तोड कर अवैध कब्जा कर गाली-गलौज किया जाता रहा है, जिसकी शिकयत 21 जून 2018 को कमिश्नर कार्यलय शहडोल व कलेक्टर अनूपपुर के साथ सीईओ जिला पंचायत को किया गया था, लेकिन निराकरण न होने की वजह से पूनर नायक के द्वारा पुन: 15 जुलाई 2018 को अवैध कब्जा कर लिया गया है।
और दिखाई भाईगिरी स्वयंभू

भाजपा नेता पूरन नायक द्वारा स्थानीय पंचायत के सचिव आदि से मिल-जुल कर बडे पैमाने पर फर्जीवाडा किया जा रहा है, हद तो तब हो गई जब, पूरन के द्वारा पंचायत द्वारा आदिवासी को आवंटित दुकान किसी और को बिना उसकी जानकारी के बेच दी गई और खुद खडे होकर दुकान खाली कराने का प्रयास किया गया। यहीं नही कथित नकली भगवाधारी का भाई भी शिक्षा विभाग में पदस्थ होने के बाद भी यहां भाईगिरी करते नजर आया।कई है मामलेग्राम पंचायत करपा में यात्री प्रतीक्षालय, करपा तिराहा में बनवाया गया था। जिसे पूरन नायक के द्वारा तोडवाकर निजी मकान बनवा लिया गया। जबकि भूमि व भवन शासन के आरजी में दर्ज है। इसके साथ ही नलजल योजना के तहत करपा ताड टोला में नलकूप खनन कर मोटर बैठाया गया था, जिसे पूरन नायक द्वारा अपने कब्जे में लेकर दबंगई पूर्वक निजी उपयोग में लिया जा रहा है। साथ ही हॉट-बाजार योजना के तहत सुलभ कॉम्लेक्स बनवाया गया था, जिसमे 5000 लीटर का पानी टैंक लगा था, उसे भी उठवाकर अपने कब्जे में कर उपयोग किया जा रहा है।
शासकीय संपत्ति पर नजर
मुख्यमंत्री हॉट बाजार योजना अंतर्गत कमरा न-7 आदिवासी के नाम पर एलाटमेन्ट है इसके बावजूद भी पूरन नायक के द्वारा गाली गलौज कर कब्जा कर लिया गया। पूरन नायक तथा उसका भाई नौला नायक के द्वारा आदिवासी युवक को खुली धमकी दे दिया और कहा कि तेरे को जंहा शिकायत करना है कर दे मै किसी से डरने वाला नही हूं। जबकि कथित जनशिक्षक नौला से किसी भी प्रकार की कोई बात इस संम्बंध नही की गई और कब्जा धारियों को ये भी कह दिया कि ये जब भी दुकान के सामने दिखे तो इस आदिवासी को मौत के घाट उतार देना।
कार्यवाही के आस में पीडित
पूरन नायक को घुमक्कड-अर्धघुमक्कड जनजाति वर्ग होने के नाते व पलायन कर आदिवासी क्षेत्रो में तंम्बू बनाकर रहने वाले लोग आज मसीहा बन गए। सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जा कर रहने लगे व आज निवासी हो गए। उन्ही जाती वर्ग से तालुक रखने वाले आज फर्स से अर्स पहुँच गए। कब काम करते-करते गाडी मालिक बन गए, भुस्वमित्व का दर्जा मिल गया, दर्जा प्राप्त क्या हो गया अपने आपको जनसेवक समझते हुवे समाज के लोगों को दबाने का प्रयास किया जाने लगा। जबकि इन्हें समाज से कोई सरोकार नही, इन्हें तो सिर्फ और सिर्फ अपने निजी स्वार्थ से मतलब रहता।