सुप्रिया के मौत की सीबीआई जांच करें : उरमलिया

अमलाई। ब्राम्हण समाज सुधार एवं सेवा समिति अनूपपुर के जिलाध्यक्ष रामनारायण उरमलिया, मुनेश्वर प्रसाद पाण्डेय, शंभू प्रसाद शर्मा, शम्भू प्रसाद तिवारी, रामनारायण द्विवेदी, मनोज द्विवेदी, आशुतोष त्रिपाठी, बृजभूषण शुक्ला, जगदीश पाण्डेय एडवोकेट, जयप्रकाश नारायण शर्मा, शिवानन्द पाण्डेय ने संयुक्त रुप से प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया कि अनूपपुर जिले के अन्तर्गत बिजुरी नगर की 23 वर्षीय युवती सुप्रिया तिवारी पुत्री रामकिशोर तिवारी निवासी बिजुरी 02 मार्च को सोमनाथ-जबलपुर एक्सप्रेस ट्रेन के एसी-3 श्रेणी कोच में अहमदाबाद से भोपाल के लिये यात्रा कर रही थी। रात्रि लगभग 10 बजे जब ट्रेन गोधरा स्टेशन पर पहुंची, तब वह अपनी सीट से बाथरुम की ओर गई, और पुन: अपनी सीट पर वापस नहीं आई। परिजनों के द्वारा जब मोबाइल पर सम्पर्क करने की कोशिश की गई तब कोई सम्पर्क नहीं हो पाया। परिजनों को अनहोनी की आंशका होने पर रेल्वे में शिकायत दर्ज कराई, 03 मार्च की सुबह सुप्रिया का शव लिंकखेड़ा तहसील के गोरिया गांव के रेल्वे ओव्हर ब्रिज बाईपास के समीप मिला,चूंकि सुप्रिया एसी कोच में यात्रा कर रही थी, एसी कोच में ट्रेन के चलते समय रात्रि में दरवाजे बंद रहते है, सहयात्रियों द्वारा रेल्वे पुलिस को दर्ज कराये गये बयान के अनुसार चलती ट्रेन में बाथरुम के लिये अपनी सीट से सुप्रिया उठी थी और अपने पर्स व मोबाईल सीट पर ही छोड़ कर गई थी, ऐसी स्थिति में चलती ट्रेन से अपने आप गिर जाना संदेह व्यक्त करता है। जिसकी अनूपपुर जिले के समस्त ब्राम्हण
कर्ज दिलाने के नाम पर चार लोगों ने बेची जमीन
पुलिस ने दर्ज किया मामला, एक गिरफ्तार
शहड़ोल। फर्जी तरह से जमीन बेचनें और धोखाधड़ी करने के मामले में बुढ़ार पुलिस नें चार लोगों पर धोधाधड़ी करने के साथ अन्य धाराओं में मामला कायम किया है। पूरे मामलो में दो दिन पहले बुढार निवासी डॉ . ए.पी. वर्मा को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। वहीं सुनील जसवानी निवासी धनपुरी, वीरेन्द्र सिंह निवासी ओरियंट पेपर मिल अमलाई, रियाज अहमद निवासी रेल्वे कालोनी धनपुरी पुलिस की पकड़ से दूर हैं। धनपुरी के वार्ड क्रमांक 1 थाना बुढ़ार के रहने वाले सुदर्शन यादव पिता दशरु यादव नें शिकायत किया कि मेरी पुस्तैनी स्वामित्व की आराजी ग्राम -धनपुरी वार्ड क्रमांक 1 जनरल नंबर 38 पटवारी ,हल्का धनपुरी तहसील बुढार में है। जिसका खसरा नंबर 67,69,70/6/1 एवं 73/3/4 है, जिसे डॉ. ए.पी.वर्मा, वीरेन्द्र सिंह, रियाज अहमद, सुनील जसवानी नामक व्यक्ति कर्ज दिलानें के नाम पर झांसा देकर बंदरबाट कर लिये और बलपूर्वक विक्रय कर दिये। पीडित ने शिकायत कर बताया कि उसके पिता ऊंचा सुनते हैं, जिसका फायदा उठाकर लोन दिलाने का झांसा देकर शहडोल रजिस्ट्रार कार्यालय में ले गया और अपने साथियों के साथ मिलकर वीरेंद्र सिंह, सुनील जसवानी एवं रियाज अहमद मेरी पुश्तैनी आराजियों को आपस में बंदरबांट कर लिये। पीडि़त नें बताया कि उसके पिता अनपढ़ हैं, जबकि उसके पिता व उसका की बुआ के द्वारा उक्त वर्णित आराजियों का विक्रय अपनी जानकारी में कभी भी किसी व्यक्ति के पक्ष में नहीं किया गया । उक्त विक्रय की जानकारी मुझे तब हुई, जब मैंने ऋण पुस्तिका और बैंक पासबुक की मांग डॉक्टर ए. पी. वर्मा से किया, उक्त ऋण पुस्तिका को पढ़े लिखे लोगों को दिखाने पर पता चला कि उक्त जमीन का विक्रय किया गया है, जिसके बाद 13 जनवरी 2018 को बुढ़ार में एवं पुलिस अधीक्षक को 16 जनवरी 2018 को किया। शिकायत के आधार पर बुढ़ार पुलिस नें पूरे मामले पर संज्ञान लेते हुए डॉ. ए.पी.वर्मा, सुनील जसवानी, रियाज अहमद व वीरेन्द्र सिंह पर 420 , 120 (बी) के तहत मामला कायम किया है। वहीं डॉ ए. पी.वर्मा को गिरफ्तार भी किया जा चुका है।
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