स्वास्थ्य सुविधाओं के आभाव के बीच , कोविड 19 से जूझ रहे स्वास्थ्यकर्मी @ मास्क95 व वेंटिलेटर का संभाग में टोटा
कम संसाधनों के बीच लडऩी होगी कोविड-19 की जंग
शहडोल में 2, उमरिया में 0, तो अनूपपुर में 1 वेंटिलेटर
तीनों स्थानों पर अभी तक तैयार हुए 67 आईसीलोशेन बेड
पर्सनल प्रोटिक्टिव इक्यूमेंट और 95 मॉस्क का टोटा
बुनियादी ढ़ाचे को इसलिए मजबूत किया जाता है कि जब समय पर उसकी जरूरत पड़े तो काम आये, वह भी स्वास्थ्य जैसा मामला हो तो, कोरोना वॉयरस संक्रमण से पूरा विश्व जूझ रहा है, रोजाना देश और प्रदेश में भी मरीजों की संख्या बढ़ रही है, लेकिन संभाग में स्वास्थ्य सुविधाओं की वर्षाे की असलियत अब सामने आ रही है।
(अमित दुबे)
शहडोल । अगर लॉक डाऊन के साथ ही केन्द्र और राज्य के स्वास्थ्य महकमें के निर्देशों का पालन करने में थोड़ी सी भी चूक हुई तो, यह भारी पड़ सकता है, इसलिए सरकार के साथ ही यह सबकी जिम्मेदारी है कि वह कोरोना महामारी से लडऩे में अपने आप को घर पर ही रोक कर रखे, क्योंकि इतने वर्षाे में स्वास्थ्य के क्षेत्र में करोड़ों रूपये तो संभाग में खर्च किये गये, लेकिन जमीनी हकीकत में सुविधाएं नाम मात्र की ही रह गई है, आईसीयू, वेंटिलेटर के साथ ही जरूरी उपकरणों के आभाव से खुद पदस्थ शासकीय स्वास्थ्य अमला जूझ रहा है। फिर अगर कोई विपदा आन पड़ी तो, वह इस मुसीबत की घड़ी में मरीजों की मदद करने में असहाय होगा।
उमरिया में वेंटिलेटर नही तो, अनूपपुर में आईसीयू
संभाग के मॉडल अस्पताल में 6 वेंटिलेटर है, जिसमें से 2 एसएनसीयू वार्ड में है और 2 पीआईसीयू जो कि बच्चों के काम आते हैं, 1 वेंटिलेटर गर्भवती महिलाओं के वार्ड के लिए मौजूद है, वहीं 1 वेंटिलेटर को कोविड-19 के वार्ड में रखा गया है, उमरिया में आईसीयू तो है, पर वेंटिलेटर नहीं है, वहीं अनूपपुर में आईसीलोशेन वार्ड में 1 वेंटिलेटर है, लेकिन वहां पर आईसीयू ही नहीं है, जबकि डीएमएफ से तीनों ही जिलो में जमकर राशि खर्च की गई।
67 बेड के सहारे लाखों की जनसंख्या
कोरोना वॉयरस के संक्रमण के चलते केन्द्र व राज्य सरकार ने सख्त निर्देश जारी किये थे कि आईसीलोशेन बेड तैयार करके रखे जायें, शहडोल जिला चिकित्सालय में 4 बेड तैयार किये गये हैं और 20 मेडिकल कॉलेज में, वहीं अनूपपुर के जिला चिकित्सालय में 5 और 28 की तैयारी पूर्णत: की ओर है, उमरिया में 2 तैयार हो चुके हैं और 8 तैयार होने वाले हैं, लाखों की जनसंख्या वाले तीनों जिलों में केवल 67 बेड ही अभी तैयार हो सके हैं, वहीं शहडोल में कुछ निजी चिकित्सालयों को अधिगृहित करने की तैयारी प्रशासन ने की है, जिसमें उन्हें वेंटिलेटर के साथ ही बेड और अन्य सुविधाएं भी मिल सकेंगी।
जांच उमरिया में सेंटर बना पाली
कोविड-19 के संदिग्ध मरीजों के इलाज में शामिल चिकित्सक और स्टॉफ के लिए जिम्मेदार कितने गंभीर है, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है, उमरिया में जांच होगी और सेल्फ वारेंटाईन होने के लिए स्टॉफ को कई किलोमीटर दूर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बिरसिंहपुर पाली आना पड़ेगा, वहां पर 10 बेड का सेंटर बनाया गया है। शहडोल में एएनएम टे्रनिंग सेंटर में 30 बेड की व्यवस्था की गई है, अनूपपुर में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में व्यवस्था की गई है, संदिग्ध मरीजो का इलाज करने वाले स्टॉफ को उसी दिन से सेल्फ वारेंटाईन में जाना होता है और वह 14 दिनों तक अपने घर भी नहीं जा सकता।
पीपीई व मॉस्क की दरकार
कोविड-19 के संदिग्ध मिलने व उसके उपचार के लिए सबसे अहम भूमिका पर्सनल प्रोटिक्टिव इक्यूमेंट (पीपीई) की होती है, जिसे पहन कर ही सैंपल लेने के साथ ही उपचार किया जाता है, वहीं एन 95 मॉस्क को पहनकर चिकित्सक व स्टॉफ अपने सेवाएं देते हैं, जिससे वॉयरस का खतरा कम होता है, लेकिन ये दोनों ही अत्यन्त जरूरी संसाधन की कमी तीनों ही जगह पर है। शहडोल में पीपीई 150, अनूपपुर में 18 और उमरिया में 30 है, वहीं मॉस्क शहडोल में सीमित हैं, अनूपपुर में दिल खोलकर इसे बांट दिया गया, वहीं हाल उमरिया का भी है।
इनका कहना है…
जो संसाधन उपलब्ध हैं, उसके साथ काम किया जा रहा है, जल्द ही और भी उपकरण और संसाधन मिलेंगे, जांच और उपचार लगातार हो रहा है।
डॉ. वी. के. बारिया
सिविल सर्जन
जिला चिकित्सालय, शहडोल
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आईसीयू नहीं है, आईसीलोशेन वार्ड में 1 वेंटिलेटर है, 28 संदिग्ध मरीजों से आज ही मैनें रैडमली बात की, वह सभी स्वस्थ्य हैं, जो कि जांच कराकर जा चुके थे, लगातार सभी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है, सामग्रियां जल्द ही भोपाल से मिलेंगी, कलेक्टर ने तहसीलदार को स्टॉफ सत्यापन के लिए तैनात कर दिया है।
डॉ. एस.सी. राय
सिविल सर्जन
जिला चिकित्सालय, अनूपपुर
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वेंटिलेटर नहीं है, 2 आईसीलोशेन बेड तैयार कर लिये गये हैं, 8 की और तैयारी है, स्टॉफ के सेल्फ वारेंटाईन के लिए पाली में 10 बेड की व्यवस्था की गई है, बाकी चीजे में क्षेत्राधिकार में नहीं है।
डॉ. ब्रजेश प्रजापति
सिविल सर्जन
जिला चिकित्साल, उमरिया