हाल ए जिला चिकित्सालय स्टोर रूम

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5 दान में तो 25 दर्ज हो रहे रजिस्टर

(शंभू यादव+91 98265 50631)
शहडोल। जिला चिकित्सालय के मुखिया से लेकर लगभग टीम जहां कोरोना संक्रमण से दो-दो हाथ करने में लगी हुई है, वहीं चंद तथाकथित लोगों के लिए यह काल अवसर बनकर आया है। जिला चिकित्सालय में स्टोर का जिम्मा सम्हाल रहे धर्मेन्द नामदेव जो खुद को पूर्व मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी उमेश नामदेव का रिश्तेदार बताते हैं, उनके लिए कोरोना काल के 50 दिन किसी वरदान से कम नहीं है।
जिला चिकित्सालय के स्टोर में रखी सामग्री का गड़बड़झाला तो अर्से से चर्चा का विषय बना हुआ है, लेकिन 24 मार्च को हुए लॉक डाउन के बाद जब पूरे अधिकारी व लगभग स्टॉफ संक्रमण को हराने में जुट गया, इस दौरान सैनिटाइजर, ग्लब्स, मॉस्क तथा हैण्ड वॉस आदि सामग्रियों में खरीदी और उनके वितरण धर्मेन्द्र नामदेव व इनकी टोली की आर्थिक स्थिति कई गुना मजबूत कर दी है। बीते 35 से 40 दिनों से लगातार स्टोर की सामग्री व सैनिटाइजर, मॉस्क, ग्लब्स के बाजार में बिकने की चर्चाएं अब आम हो चुकी हैं, पूर्व में तो यहां तैनात कुछ सुरक्षा कर्मियों से सांठ-गांठ कर धर्मेन्द्र ने बड़े पैमाने पर ग्लब्स, मॉस्क और सेनिटाइजर की बिक्री मेडिकल स्टोर तक करवा दी, बाद में जब प्रशासन हरकत में आया और दवा दुकानों में इन सामग्रियों की आपूर्ति बड़े बाजारों से होने लगी, तब कहीं इनकी कमाई थोड़ी कम हुई।
जिला चिकित्सालय से जुड़े सूत्र और स्टोर रूम में रखा गया रजिस्टर जिसमें यहांं आने और जाने वाले हर सामग्री की इंट्री होती है, खुद ही इनके भ्रष्टाचार की कहानी बयां कर रहा है, धर्मेन्द्र नामदेव द्वारा स्टोर से वितरण किये गये सामानों और रजिस्टर में दर्ज नामों का भौतिक सत्यापन करा जाये तो, कोरोना संक्रमण काल को अवसर के रूप में भुनाने वाले ऐसे चेहरे खुद बखुद सामने आ जायेंगे।

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