कई वर्षाे से एक ही स्थान पर पदस्थ जयसिंहनगर बीएमओ

निर्वाचन आयोग के निर्देश का जिले में उड़ाया जा रहा माखौल
(Amit Dubey-8818814739)
शहडोल। निर्वाचन आयोग के द्वारा हमेशा निष्पक्ष चुनाव संचालन के उद्देश्य से विधानसभा, लोकसभा चुनाव के पूर्व 3 साल अथवा उससे अधिक समय से एक स्थान पर जमे अधिकारियों व कर्मचारियों को हटाने के निर्देश जारी किए जाते हैं, परंतु इस बार मध्यप्रदेश शासन में स्थानांतरण का जो खेल चला वह किसी से छुपा नहीं है, सूत्रों की माने तो भोपाल स्तर से जो भी तबादले आचार संहिता से पूर्व किये गये, उसमें खुलकर मनमानी की गई।
विधानसभा चुनाव में भी हुई थी अनदेखी
विधानसभा चुनाव के पूर्व भी निर्वाचन आयोग के द्वारा इसी तरह के निर्देश जारी किए गए थे, वर्तमान में लोकसभा चुनाव को देखते हुए आदेश दिए गए परंतु निर्वाचन आयोग के निर्देशों का न तो विधानसभा चुनाव के चलते पालन किया गया और ना ही वर्तमान लोकसभा चुनाव में पालन किया जा रहा है। इसी तरह जयसिंहनगर में पदस्थ बीएमओ राजेश तिवारी को न तो विधानसभा चुनावों के दौरान स्थानांतरण किया गया, न ही लोकसभा चुनाव के दौरान उनका तबादला अन्यत्र जगह किया गया, जबकि उनके कार्यकाल को जयसिंहनगर क्षेत्र में लगभग 6-7 से अधिक का समय बीत चुका है।
प्रशासन बीएमओ पर मेहरबान
ऐसा नहीं है कि बीएमओ राजेश तिवारी सिर्फ निर्वाचन आयोग के द्वारा हमेशा निष्पक्ष चुनाव संचालन के उद्देश्य को चुनौती दे रहे है, खबर है कि राजेश तिवारी बीएमओ के पद पर अपने से वरिष्ठ डॉ. एस.के.गर्ग को चुनौती देते हुए वर्षाे से प्रशासन का मुंह चिढ़ा रहे हैं, जानकारों की माने तो बीएमओ पद पर पदस्थ रहने के दौरान उनके किये कार्याे की अगर गंभीरता से जांच की जाये तो डॉक्टर साहब ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की कितनी सर्जरी की और भ्रष्टाचार का कितना बड़ा घाव लगा दिया है, यह सब सामने आ सकता है।
ऊपर तक सेटिंग
बीएमओ साहब इन दिनों कहीं अन्यत्र जिले में पदस्थ कर्मचारियों को कमरे देने या नौकरी से रिटायर हो चुके लोगों को कमरे देने के नाम जहां सुर्खियों में हैं, वहीं इन दिनों जयसिंहनगर में यह भी चर्चा सरगर्म है कि साहब सीधे कहते हैं कि मैं ऊपर तक के अधिकारियों को मैनेज करता हंू, मेरा तबादला और कार्यवाही करने से पहले अधिकारियों को अपने नुकसान और फायदे के बारे में सोचना पड़ता है, इसी वजह से सब जानते हुए भी वरिष्ठ अधिकारी चुप्पी साधे बैठे हैं, अगर इन बातों क्षेत्र में चल रही चर्चा सही है तो बीएमओ साहब द्वारा किये जा रहे कृत्य को बढ़ावा देने में जिले में बैठे अधिकारी भी कहीं न कहीं शामिल है, बहरहाल मामला चाहे जो भी हो, लेकिन जिला निर्वाचन अधिकारी को इस ओर संज्ञान लेते हुए कई वर्षाे से एक ही स्थान पर पदस्थ अधिकारी का तबादला करने की मांग स्थानीय लोगों द्वारा की गई है।