कांग्रेस के आरोपों से कटघरे में कलेक्टर

प्रभारी मंत्री को कांग्रेसियों ने सौंपा ज्ञापन

उमरिया। जिले में पदस्थापना के दौरान से ही कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी के ऊपर खनिज कारोबारियों को संरक्षण देने के आरोप लगते रहे हैं, यही नहीं नीलेश सोमवंशी, विवेक सिंह जैसे लोगों को संरक्षण देकर सामान्तर खनिज विभाग चलाने की चर्चाएं भी होती रही हैं, लेकिन यह पहला मौका है जब सत्ताधारी दल के नेताओं ने प्रभारी मंत्री के आगमन के दौरान कलेक्टर का खुलकर न सिर्फ विरोध किया, बल्कि प्रभारी मंत्री को ज्ञापन सौंपकर, उन्हें हटाने व कार्यवाही न होने पर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के सामने जाकर विरोध करने का भी उल्लेख कर दिया।
यह लगाये आरोप
कांग्रेस नेता शकील सिंह के साथ ज्ञापन सौंपने वालों में जिले के दर्जन भर से अधिक कांग्रेस के बड़े नेताओं के नाम शामिल है, हालाकि उनमें से कई लोगों ने सोशल मीडिया पर यह शिकायत पत्र सामने आने के बाद अपनी सहमति से इंकार किया है, बहरहाल दिये गये ज्ञापन में कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाये हैं कि उमरिया कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी के रिश्तेदार नीलेश सोमवंशी, विवेक सिंह, सुरेन्द्र सिंह चौहान के द्वारा रेत का स्वयं घोषित अवैध उत्खनन किया जा रहा है। रात के अंधेरे में ये लोग जिले की मुख्य नदियां, सोन, महानदी सहित मसीरा बल्हौड़, झाला, पतरेई, मुंहबोला, मुडग़ुडुी, सलैया, कोयलारी, पिटौर, करईया, टेकनमोड़ आदि स्थानों पर अवैध रेत उत्खनन का कारोबार जारी है। जिनको संरक्षण कलेक्टर ने दिया हुआ है। जिसकी समय-समय पर समाचार पत्रों पर गतिविधियां प्रकाशित होती रहती हैं।
कार्यवाही नहीं तो 11 को भोपाल रवाना
इस संबंध में गुरुवार को प्रभारी मंत्री ओमकार सिंह मरकाम को ज्ञापन सौंप, शकील खान ने कहा यदि उक्त भ्रष्टाचार में संरक्षण देने वाले अधिकारी एवं दलालों पर कार्रवाई नहीं होती, तो उमरिया जिले के कांग्रेसजन प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के सामने शांतिपूर्ण ढ़ंग से विरोध प्रदर्शन करेंगे। आगामी 11 जुलाई को सभी कार्यकर्ता भोपाल रवाना होंगे।
लगातार हो रही हत्याएं
शकील खान ने दिये गये ज्ञापन में इस बात का उल्लेख किया कि एक सप्ताह में लगातार में तीसरी हत्या रेत माफियाओं द्वारा की गई है। एवं लगातार उत्तरप्रदेश से आए अपराधी तत्व रेत माफिया बनकर ग्रामीणों को प्रताडि़त कर रहे हैं। इस बात से जनता में भारी आक्रोश है। रेत के अवैध कारोबार में बढ़ती प्रतिस्पर्धा में अब प्रदेश के कई हिस्सों से आकर यहां पड़े हैं, जो यहां के माहौल को दूषित कर रहे हैं, इन्हें कलेक्टर के द्वारा संरक्षण दिया जा रहा है, समय रहते इन पर अंकुश लगाना जरूरी है, इससे प्रदेश सरकार की प्रतिष्ठा धूमिल हो रही है।
इनके नाम लिखे ज्ञापन में
शकील खान व अन्य दर्जनों कांग्रेसियों द्वारा प्रभारी मंत्री को सौंपे गये ज्ञापन में 2 दर्जन से अधिक कांग्रेसियों के नाम लिखे गये। जिनमें ज्ञानवती सिंह अध्यक्ष जिला पंचायत, माया सिंह जनपद अध्यक्ष पाली, सावित्री सिंह पूर्व प्रत्याशी बांधवगढ़, तिलकराज सिंह जिला पंचायत सदस्य, पं. रामकिशोर चतुर्वेदी जनपद अध्यक्ष मानपुर, पुष्पराज सिंह अध्यक्ष अधिवक्ता संघ, अनीता सिंह महिला कांग्रेस अध्यक्ष,मनोज सिंह ब्लॉक अध्यक्ष मानपुर, लाल बहादुर सिंह ब्लॉक अध्यक्ष पाली, ओपी द्विवेदी पीसीसी सदस्य, राहुल देव सिंह पीसीसी सदस्य, अमरु कोल ज़िला पंचायत सदस्य,गजेन्द्र शुक्ला पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष उमरिया, राजा तिवारी अध्यक्ष सेवादल, अनुज सेन एनएसयुआई अध्यक्ष, कृष्णकांत अवधिया पार्षद पाली, बलराम पार्षद, रतिभान सिंह, अमृत लाल यादव,वीरेन्द्र सिंह सेंगर, नीलेश गौतम, आशुतोष त्रिपाठी, राहुल द्विवेदी के नाम शामिल हैं, हालाकि इसके बाद कुछ कांग्रेस नेताओं ने इस घटना क्रम से खुद को अलग कर दिया।