नोटिस तक सीमित कॉलरी प्रबंधन, कार्यवाही करने के बजाय, वाहन मालिकों को दे रहे निर्देश की ना दे पैसे
Ajay Namdev-7610528622
अनूपपुर। एसईसीएल जमुना कोतमा क्षेत्र अंतर्गत आमाडांड में वैसे तो वर्षों से गुंडा टैक्स के रूप में अवैध वसूली वाहन मालिकों से की जाती है, लेकिन शिकायत के बावजूद भी कॉलरी के अधिकारी ने अभी तक संतोषजनक कार्यवाही नहीं की है जिससे कॉलरी के कर्मचारी अपनी मनमानी पर उतारू हैं। वहीं देखा जाए तो बिना पैसे के यह कर्मचारी कोई काम पैसे के बिना नहीं कर रहे हैं जिससे कोयला लोड करने आए वाहन मालिकों को पैसे देने के बाद ही वाहन लोड कराने की अनुमति मिलती है।
नोटिस तक सीमित कार्यवाही
गुंडा टैक्स की वसूली की जानकारी तो वैसे हर किसी को है। साथ में कॉलरी प्रबंधन को भी इसकी जानकारी अच्छे से है जिसे लेकर प्रबंधन ने कार्यवाही करने के बजाय नोटिस चस्पा करवा दिया है की कोई रिश्वत लेते मिले तो हमें जानकारी दें। बताया गया कि जानकारी देने के बावजूद भी प्रबंधन कार्यवाही करने के बजाय जगह-जगह नोटिस चस्पा करा दे रही है जिस पर इस और तो कोई कार्यवाही नहीं हो रही, बल्कि कर्मचारी और भी अधिक पैसे की वसूली में लगे हुए हैं।
पूर्व में दी गई थी जानकारी
पूर्व में हो रहे गुंडा टैक्स की वसूली को लेकर स्थानीय मीडिया द्वारा लगातार खबर प्रकाशित कर प्रबंधन को चेताया गया था। साथ ही वाहन मालिकों ने अवैध पैसे की वसूली की वीडियो बनाकर प्रबंधन को उपलब्ध भी कराया था लेकिन प्रबंधन ने इन्हें कुछ दिनों के लिए नौकरी से बैठा कर फिर से बहाल कर दिया जिससे बात सिद्ध होता है। इस वसूली में प्रबंधन की भी हाथ वसूली में शामिल है।
कार्रवाई करने के बजाय नोटिस
वैसे वसूली की जानकारी तो हर किसी को है, लेकिन प्रबंधन इस और कार्रवाई करने की बजाय दिखावे के लिए नोटिस जारी कर दी है कि किसी प्रकार से पैसा ना दे और लेने वाले की तत्काल जानकारी दें, लेकिन जानकारी देने के बावजूद भी कार्रवाई ना होना एक सवालिया निशान खड़ा करता है। वहीं प्रबंधन चाहे तो गुंडा टैक्स की अवैध वसूली को जब चाहे तब बंद करा सकती है, लेकिन अवैध वसूली को बंद ना कराना समझ से परे है।
इनका कहना है –
किसी प्रकार से पैसे की वसूली की शिकायत मिलने पर तत्काल ही कार्रवाई की जाती है। वैसे हमने जगह-जगह पंपलेट चस्पा करा दिए हैं कि अगर कोई पैसे लेते देखे तो हमें सूचित करें कार्यवाही की जाएगी।
एसपी सिंह भाटी
सब एरिया मैनेजर, आमाडांड ओसीपी