परिषद को प्रभार में मिला शिकायतों व समस्याओं का जखीरा

जमीनी चुनौतियों से निपटना नई परिषद के लिए जरूरी

धनपुरी। सोमवार को नगर पालिका में करीब 2 वर्ष बाद नई परिषद ने पदभार ग्रहण किया, पदभार ग्रहण करने के अगले दिन मंगलवार को जनसुनवाई का दिन होने के कारण नये अध्यक्ष, उपाध्यक्ष व तीनो सदस्यों को प्रभार के रूप में वर्षाे से लंबित समस्याएं और शिकायतें थोक में मिली। किसी ने नगर पालिका के किसी कर्मचारी के द्वारा निर्धारित शुल्क से अधिक राशि जन्म प्रमाण पत्र के लिए मांगने की शिकायत की, तो किसी ने पानी, बिजली और बंद स्ट्रीट लाईट की समस्या समिति के सामने रखी, यही नहीं आधा दर्जन से अधिक शिकायतें लेकर अलग-अलग नागरिक पहुंचे की, उन्हें अर्से से गरीबी रेखा वाला राशन ही नहीं मिल रहा है। नपाध्यक्ष मुबारक मास्टर सहित अन्य सदस्यों ने समस्याओं को सुनने के बाद उन्हें लिपिबद्ध कर जल्द ही परिषद की बैठक में रख निराकरण करने का आश्वासन दिया।
हम भी बनेंगे सफाईकर्मी
जनसुनवाई के दौरान नगर के विभिन्न वार्डाे से करीब 1 दर्जन महिलाएं अध्यक्ष व उपाध्यक्ष से मिली, उन्होंने कहा कि नगर पालिका में सैकड़ा भर सफाईकर्मी नियुक्त किये गये है, लेकिन सभी सफाईकर्मी पुरूष हैं, हम महिलाएं भी इसमें अपनी भागीदारी सुनिश्चित करना चाहती है, इसके लिए हमनें पूर्व में कई बार आवेदन दिये, लेकिन समय-समय पर इस दौरान भर्तियां तो हुई, पर महिलाओं को सफाईकर्मियों के रूप में कोई वरीयता नहीं दी गई।
विधवा को पेंशन की दरकार
पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष के गृहवार्ड क्रमांक 1 से आई बेवा बेसहनी बाई पति स्व. भीम सेन ने कहा कि उसे न तो विधवा पेंशन मिल रही है और न ही गरीबी रेखा की कोई सुविधाएं मिल रही हैं, करीब 2 वर्ष पहले पति की मौत हो गई, तब से रोजी-रोटी का संकट सामने खड़ा है, पति का मृत्यु प्रमाण पत्र और अन्य सभी दस्तावेज नपा की संबंधित शाखा में कई बार दिये, लेकिन दर्जनों चक्कर लगाने के बाद भी पेंशन की समस्या हल नहीं हुई।
तय हुआ दो दर्जन बिन्दुओं का एजेंडा
नपाध्यक्ष मुबारक मास्टर, उपाध्यक्ष संतोष सिंह सेंगर व सदस्यों में हनुमान खण्डेलवाल, इबरार खान व डॉ. कुर्रियन ने संयुक्त रूप से जनसुनवाई के दौरान पहुंची समस्याओं को गंभीरता से सुना और आगामी 14 जून को आहूत होने वाली परिषद की बैठक में उन्हें रखने व निराकरण करने की बातें कही, इसके साथ ही नपाध्यक्ष ने बताया कि 14 जून को होने वाली आवश्यक बैठक में 2 दर्जन से अधिक बिन्दुओं का एजेंडा तय किया गया है, जिसमें अर्से से लंबित समस्याओं के साथ ही कुछ निर्माण कार्याे व अन्य जनसुविधाओं से जुड़े बिन्दु रखे गये हैं, जिन पर तत्काल निर्णय कर कार्य शुरू किया जायेगा।