बम-बम भोले से गूंजा कोयलांचल नगरी, भण्डारे का आयोजन

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महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर पवित्र नगरी अमरकंटक में मेले का आयोजन
अनूपपुर। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी पवित्र नगरी अमरकंटक में महाशिवरात्रि के पर्व पर पांच दिवसीय मेले का आयोजन किया गया, जहां मध्य प्रदेश सहित अन्य प्रदेशों के लोग भारी संख्या में सम्मिलित हुए भक्तों ने सर्वप्रथम मां नर्मदा व भगवान शिव की पूजा की व नर्मदा में डुबकी लगाई। वहीं जिले भर में जगह-जगह शिव मंदिरों में भक्तों ने पूजा-अर्चना की और मंदिर परिसर में भण्डारे का आयोजन कर भक्तों को प्रसाद वितरण भी किया गया।
पवित्र नगरी अमरकंटक में धूम
पवित्र नगरी अमरकंटक में जागेश्वर मंदिर, अमरेश्वर मंदिर सहित सिद्ध बाबा डोंगरिया टोला, शिव मंदिर बसंतपुर, शिव मंदिर, अमलाई बस स्टैंड, शिव मंदिर देवहरा, शिव मंदिर सीआरओ कैंप, शिवलहरा धाम भालूमाडा, शंकर मंदिर जमुना बस्ती सहित कोतमा, राजेन्द्रग्राम, जैतहरी, बिजुरी, चचाई में भक्तों ने महाशिवरात्रि पर्व बडे ही धूमधाम से मनाया। जिला दंडाधिकारी चंद्रमोहन ठाकुर के दिशा निर्देशन में मेले का उद्घाटन संपन्न हुआ। नर्मदा मंदिर परिसर स्नान कुंड परिसर संपूर्ण मेला क्षेत्र नवोदय विद्यालय के समीप के मैदान सोनमुड़ा व कपिलधारा में धार्मिक कार्यक्रम संस्कृत कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सुबह से ही भक्तों की कतार शिवालयों में देखने को मिली जगह-जगह रुद्राभिषेक के साथ ओम नम: शिवाय का जाप दिन भर चला।
भंडारे का आयोजन
शिव मंदिर में सुबह से ही महिलाएं व पुरूष, बच्चे पूजा करते देखने को मिले। महिलाएं बेलपत्र पूजन सामग्री के साथ देवों के देव महादेव की पूजा की। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी शिव मंदिर में सभी लोगों के सहयोग से पूजा अर्चना विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। इस पावन पर्व पर मंदिरों में भंडारे का आयोजन किया गया, जहां लोगों ने भगवान का प्रसाद ग्रहण किया।
देवहरा में अखंड मानस का आयोजन
ग्राम पंचायत देवहरा अंतर्गत शिव मंदिर में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी अखंड मानस का आयोजन किया गया। स्थानीय जनप्रतिनिधि डां. राज तिवारी ने बताया कि अखंड मानस के साथ-साथ ही विशाल भंडारे का आयोजन किया गया, आयोजन में पंडित दिनकर तिवारी का सराहनीय योगदान रहा।
डोंगरिया में लगा मेला
ग्राम पंचायत बरगवां स्थित डोगरिया टोला में लगभग 40 वर्षों से मेले का आयोजन किया जा रहा है। इस वर्ष भी मेले का आयोजन किया गया। सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। स्मरणीय हो कि 70 मीटर ऊंची पहाड़ी में श्रद्धालु पैदल चलते हुए घंटों की दूरी तय कर पाते हैं, इसके बावजूद भी श्रद्धालुओं का मजमा लगा रहा वा उन्होंने भगवान शिव की पूजा अर्चना की साथ ही विशाल भंडारे का आयोजन भी किया गया जिसमें हजारों श्रद्धालु ने प्रसाद ग्रहण किया।
दर्शन के लिए आये श्रद्धालु
मॉं नर्मदा का यह उद्गम स्थल देश में ही नहीं, विदेशों में भी पर्यटक स्थल के रूप में अपनी पहचान बना चुका है। यही वजह है कि इस मेले में प्रदेश के विभिन्न प्रांतों मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, गुजरात तथा पड़ोसी प्रदेश छत्तीसगढ़ से भारी संख्या में दर्शनार्थी, श्रद्धालु एवं पर्यटक आते हैं। यह मेला मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के आदिवासी लोक परम्पराओं का संगम है।


अमरकंटक में महाशिवरात्रि मेले का उद्घाटन
जनजातीय कार्य विभागए विमुक्त घुमक्कड एवं अद्र्धघुमक्कड जनजाति कल्याण विभाग मंत्री ओंकार सिंह मरकाम ने किया अमरकंटक में महाशिवरात्रि मेले का उद्घाटन किया। इस दौरान विधायक पुष्पराजगढ़ फुंदेलाल सिंह मार्कों, अमरकंटक नपाध्यक्ष प्रभा पनाडिया समेत अन्य जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित रहे। प्रतिवर्ष महाशिवरात्रि के अवसर पर आयोजित होने वाला यह मेला आस-पास के क्षेत्र के लोगों के आकर्षण का केंद्र रहा है। मेले में स्वास्थ्य विभाग, उद्यान विभाग, जनसम्पर्क विभाग, पर्यावरण आदि अन्य शासकीय विभागों द्वारा शासकीय योजनाओं की जानकारी दी गयी। इसके साथ ही इस अवसर पर क्षेत्रीय लोगों द्वारा भी दुकाने लगाकर व्यवसाय किया जा रहा है। धार्मिक महत्व के साथ अमरकंटक क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को भी इस कार्यक्रम से गति मिलती है।