भाजपा की सख्त किलेबंदी के आगे कांग्रेस में विकल्प का संकट

Ajay Namdev-7610528622

अनूपपुर। भाजपा का गढ़ बन चुकी शहडोल संसदीय क्षेत्र में प्रत्याशी चयन के सवाल पर कांग्रेस में विकल्प का संकट है मगर अब संसदीय क्षेत्र अंतर्गत अनूपपुर शहडोल जिले से प्रत्याशियों की बढ़ती मांग भाजपा के मौजूद सांसद के सामने भी मुश्किलें खड़ी कर सकती हैं। शहडोल से तीन बार सांसद रह चुके ज्ञान सिंह उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी हिमाद्री सिंह को शिकस्त दी थी। उधर भाजपा से पूर्व विधायक व प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष रामलाल रौतेल ने भी लोकसभा के लिए दावेदारी दिखाकर पार्टी हाईकमान की नींद उड़ा रखी है। स्थानीय प्रत्यासी के अनुसार वे टिकट मांग रहे हैं।
किस ओर हो सकता है पलड़ा
शहडोल संसदीय क्षेत्र पर भाजपा के मुकाबले कांग्रेस के पास दमदार प्रत्याशी नहीं है राजनीतिक मामलों के जानकारों की राय में यह सीट भाजपा का गढ है। परंपरागत तौर पर क्षेत्र में जातिगत समीकरण ही हार जीत तय करते रहे है। जानकारों का मानना है कि कांग्रेस कि सिर्फ जोड़ तोड़ ही भाजपा के सामने मुश्किलें खड़ी कर अपना दावा मजबूत कर सकती है। क्षेत्र से टिकट की शर्त पर बगावत कर कांग्रेस का दामन थामने के संकेत एक दावेदार ने दे रखें है। 8 में से 4 पर भाजपा का कब्जा शहडोल संसदीय क्षेत्र अंतर्गत स्थित 8 में से 4 विधानसभा सीटों पर भाजपा का कब्जा है वहीं 4 सीटों पर कांग्रेस नें कब्जा जमाया है।
3 जिले और 8 विधानसभा
परिसीमन के बाद शहडोल सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है। पूर्व में ब्यौहारी विधानसभा सीट भी इसी संसदीय क्षेत्र में रही लेकिन परिसीमन के बाद उसे काट कर सीधी सीट में जोड़ दिया गया वहीं कटनी जिले के बड़वारा सीट को शहडोल संसदीय क्षेत्र में जोड़ा गया है। कटनी जिले की बड़वारा, उमरिया जिले की मानपुर , बांधवगढ़, शहडोल जिले जयसिंह नगर व जैतपुर सीट और अनूपपुर जिले की अनूपपुर ,कोतमा व पुष्पराजगढ़ श्री क्षेत्र में शामिल हैं।
कौन कौन लड़ सकता है चुनाव
भाजपा :-भारतीय जनता पार्टी से वर्तमान सांसद ज्ञान सिंह भाजपा से एक मर्तबा फिर से टिकट के प्रबल दावेदार हैं जो कि मूलत: उमरिया जिले से हैं ।लोकसभा के लिए टिकट के जो दूसरे दावेदार के नाम सामने आये हैं उनमें जनपद अध्यक्ष हीरा सिंह श्याम, पूर्व विधायक सुदामा सिंह, पूर्व सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते के नाम शामिल है।
कॉग्रेस:- कांग्रेस पार्टी से भाजपा से कांग्रेस में आई पूर्व विधायक प्रमिला सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष शहडोल नरेंद्र सिंह मरावी, सांसद का चुनाव हार चुकी हिमाद्री सिंह व जिला पंचायत सदस्य विश्वनाथ सिंह के साथ पूर्व मंत्री बिसाहूलाल सिंह के पुत्र चन्द्रभान सिंह का नाम भी प्रबल दावेदारों में आ रहे हैं। जनचर्चाओं के अनुसार कॉग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि कॉग्रेस पार्टी में संसदीय क्षेत्र में चुनाव के लिये अधिकांश बार एक ही परिवार के व्यक्तियों को टिकट प्रदाय किया गया है। जबकि कॉग्रेस में अन्य भी कर्मठ कार्यकर्ता हैं।