मुखिया के स्टेनो सहित डीएम के बाबूओं के काटे चालान

दिया तले अंधेरा की कहावत को चरितार्थ कर रहे संयुक्त कार्यालय के जिम्मेदार
(शुभम तिवारी+91 78793 08359)
शहडोल। जिले की प्रशासनिक और कानूनी व्यवस्था जिन कंधों पर है, उन कंधों को और मजबूत करने के साथ ही उनके ऊपर लग रहे मनमानी के आरोपों को यातायात अमले ने सोमवार की सुबह ऐसी मुहीम चलाई की आधा सैकड़ा से अधिक कर्मचारी नियम तोडऩे वालों की लाईन में न सिर्फ खड़े नजर आये, बल्कि उन्होंने दोबारा ऐसा न करने के साथ ही जुर्माना भी भरा। जिला यातायात अधिकारी सुश्री राजमती परस्ते और आधा दर्जन मातहत कर्मचारियों ने जिला संयुक्त कार्यालय के मुख्य द्वार पर लगभग 2 घंटे तक यहां कायदों को मु_ी में लेकर आने वाले कर्मचारियों की जांच व चालानी कार्यवाही की, इस दौरान लगभग 50 चालान काटे गये, जिससे शासन को 12500 रूपये के आस-पास राजस्व की आय भी हुई।
बिफर पड़े कलेक्टर के मातहत
चालानी कार्यवाही के दौरान कलेक्टर कार्यालय में पदस्थ लिपिक अनिल त्रिपाठी बुलट पर फर्राटा मारते हुए बिना हेलमेट के जैसे ही संयुक्त कार्यालय में घुसे यातायात कर्मियों ने उन्हें रोककर हेलमेट की जानकारी ली, इस वे बिफर गये, बुलट राजा ने महिला अधिकारी के खिलाफ झूठी कार्यवाही करने का न सिर्फ सार्वजनिक आरोप लगाया, बल्कि बच्चे को फोन करके तत्काल अपना हेलमेट मंगाया साथ ही उन्होंने कोतवाली में पुलिस अधिकारी के खिलाफ झूठे चालान काटने का आरोप लगाते हुए एफआईआर तक की धमकी दे डाली। हालाकि जब बुलट राजा फंसते नजर आये तो तत्काल ही यू-टर्न लेते हुए 250 रूपये का चालान भी कटवा लिया।
नहीं बचे कप्तान के मातहत
यातायात विभाग ने सोमवार को सबसे पहले अपने ही विभाग के कर्मचारियों को नियमों का पाठ-पढ़ाना शुरू किया, इस क्रम में पुलिस अधीक्षक कार्यालय के स्टेनों सहित अन्य लिपिक और कई आरक्षक भी इस घेरे में आये, हालाकि पुलिसकर्मियों ने पकड़े जाने के बाद भविष्य में नियमों का पालन करने के साथ ही जुर्माना भरने में कोताही नहीं बरती।
मिली नसीहत, तो की तौबा
पुलिस और कलेक्टर कार्यालय के कर्मचारियों के अलावा खनिज विभाग सहित अजीविका परियोजना, लोकसेवा गारंटी, स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी भी बड़ी संख्या में यातायात विभाग की जांच में फंसे, जिसमें स्वास्थ्य विभाग के राजेश मिश्रा जैसे कर्मचारी भी शामिल थे, जिन्होंने जांच के दौरान पकड़े जाने के तुरंत बाद ही इसे नसीहत मानते हुए जुर्माना देकर भविष्य में हेलमेट सहित यातायात विभाग के सभी कायदों को मानने की बात सार्वजनिक रूप से स्वीकारी।