विकसित भारत संकल्प यात्रा बरगवां में कचरा का ढेर बना महिलाओं का सम्मान, शिविर में शामिल होने कचरे के वहान में दर्जनों महिलाओं को दूर दराज से लाया गया

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विकसित भारत संकल्प यात्रा बरगवां में कचरा का ढेर बना महिलाओं का सम्मान, शिविर में शामिल होने कचरे के वहान में दर्जनों महिलाओं को दूर दराज से लाया गया

तो क्या जनता को कचरे का ढेर समझ रही वर्तमान परिषद ?

बरगवां नपा में विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत द्वितीय चरण का शिविर हो रहा था आयोजन

 

अनूपपुर/ रामभुवन गौतम । 07 फरवरी को विकसित भारत संकल्प यात्रा द्वितीय चरण के अंतर्गत अनूपपुर जिले के नगरीय निकाय बरगवां में कार्यक्रम (शिविर) का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में स्थानीय जनता को जोड़ने के लिए नगर परिषद द्वारा कचरे उठाने वाले ट्रैक्टर की ट्राली में कई दर्जन महिलाओं को बैठ के लाया गया। यातायात नियमों के उल्लंघन के साथ-साथ महिलाओं के सम्मान को भी नगर परिषद द्वारा ठेस पहुंचाया गया है, बेलगाम नगर परिषद और वर्तमान अध्यक्ष के हाथ से छुटी बागडोर ने नगर परिषद की जड़े हिला कर रखी है। निरंकुश नगर परिषद में तथाकथित अभिषेक नामक व्यक्ति के साम्राज्य स्थापित होने की खबरें आ रही है और स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है कि निरंकुश नगर पालिका में बागडोर छुटते ही महिलाओं के सम्मान के विपरीत कार्य किया जा रहा है। भारत के प्रधानमंत्री और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री जहां महिलाओं के सम्मान के लिए अपना राजकोष दांव पर लगाने को तैयार है, तो दूसरी ओर नगर परिषद के तथाकथित राजकुमार अभिषेक महिलाओं के सम्मान को कचरा समझ रहे है, गरीब और असहाय और मजबूर महिलाओं को ट्रैक्टर में ढो रहे हैं। जिन माता समान महिलाओं को सम्मान के साथ कार्यक्रम में बुलाने के लिए प्रयत्न किया जाना चाहिए था उन्ही मजबूर महिलाओं को कचरे के ट्रैक्टर में लाकर उनके सम्मान के साथ खिलवाड़ किया है, वर्तमान नगर परिषद के अधिकारी कर्मचारी और वर्तमान अध्यक्ष की लापरवाही ने महिलाओं के सम्मान को ठेस पहुंचा है।

....तो क्या महिलाओं को कचरे का ढेर समझती है नगर परिषद ?

विकसित भारत संकल्प यात्रा की कार्यक्रम के द्वितीय चरण मे कार्यक्रम के उद्देश्य और प्रधानमंत्री की मनसा को पलीता लगाने वाले नगर परिषद के कारनामों का हाल आम सड़कों पर देखने को मिला। जहां नगर परिषद के द्वारा कचरा उठाने वाले ट्रैक्टर में भोली भाली जनता और ग्रामीण महिलाओं को बैठ कर लाया गया और जब उक्त संबंध में नगर परिषद के अध्यक्ष से संपर्क साधने का प्रयत्न किया गया संपर्क साधने के लिए परिषद के जिम्मेदार व्यक्ति से मिले मोबाइल नंबर पर कॉल लगाया गया तो तथाकथित अभिषेक नामक राजकुमार द्वारा उक्त संबंध में अध्यक्ष से बात न करवाने और पूरे प्रकरण पर कोई खबर न होने या आम बात कह कर मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया, उक्त मामले को टालमटोलकर कर महिलाओं के सम्मान के प्रति गंभीरता का नमूना प्रस्तुत किया गया। उक्त पूरे प्रकरण में सोचने की बात है कि जब प्रशासन और जनता ने महिला को अध्यक्ष के पद पर विराजमान किया है तो तथाकथित अभिषेक नामक व्यक्ति का हस्तक्षेप नगर परिषद में किस उद्देश्य से किया जा रहा है। अगर ऐसा ही स्थिति चलते रही तो महिला सशक्तिकरण को पलीता लगने में ज्यादा समय नहीं लगेगा।

जनता ने चुना अपना महिला अध्यक्ष, तो तथाकथित अभिषेक को किसने दी अध्यक्ष की शक्तियां?

नगर परिषद बरगांव में जनता के द्वारा चुनकर महिला प्रतिनिधि को अपने नगर परिषद का प्रतिनिधित्व सौपा है, वहीं पूर्व पंचवर्षीय कार्यकाल में विधायक प्रतिनिधि बनाए गए तथाकथित अभिषेक का हस्तक्षेप वर्तमान नगर परिषद में बढ़ता चला जा रहा है, अध्यक्ष के करीबी रिश्तेदार होने के कारण परिषद के कार्यक्रमों में बैनर पोस्टर में अपनी बड़ी फोटो नगर परिषद प्रशासन और भारतीय जनता पार्टी के बनाए गए नियम कानून से ऊपर दिखाई देते हैं। वही लगातार नगर परिषद के कार्यों में बढ़ता हस्तक्षेप नगर परिषद की सीसीटीवी कैमरा में कैद होता रहता है लेकिन अध्यक्ष के रिश्तेदार होने के कारण ना तो कर्मचारी अधिकारी या जनप्रतिनिधि किसी प्रकार का विरोध तथा कथित अभिषेक नामक व्यक्ति का करते हैं और ना ही उक्त मामले पर किसी प्रकार की कार्यवाही या आपत्ति पार्षदों द्वारा जताई जाती है।

इनका कहना है।

वैसे तो रेत गिट्टी और मिट्टी ढोने के लिए भी ट्रैक्टर नहीं होता है ट्रैक्टर कृषि कार्य के लिए होता है अगर महिलाएं उसमें लाई गई है तो उसमें क्या गलत है, ट्रैक्टर साफ था धुला हुआ था, इसमें कोई खबर नहीं है बाकी अध्यक्ष जी से बात नहीं हो पाएगी।

अभिषेक गुप्ता
पूर्व विधायक प्रतिनिधि, नगर परिषद बरगवां

उक्त संबंध में जब मुख्य नगर परिषद अधिकारी से बात करनी चाहे तो उन्होंने फोन उठाना जरूरी नहीं समझा।

 

 

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