सूचना के अधिकार की जानकारी मांगने पर की गाली-गलौज, आवेदक के साथ जेईएम स्कूल के प्राचार्य ने की अभ्रदता

Ajay Namdev-7610528622

अनूपपुर। सूचना का अधिकार अधिनियम भारत की संसद द्वारा पारित एक कानून है, जो 12 अक्टूबर 2005 को लागू हुआ। यह कानून भारत के सभी नागरिकों को सरकारी फाइलो एवं रिकार्डस में दर्ज सूचना को देखने और उसे प्राप्त करने का अधिकार देता है। सरकार के संचालन और अधिकारियों व कर्मचारियों के वेतन के मद में खर्च होने वाली रकम का प्रबंध भी हमारे आपके द्वारा दिए गए करों से ही किया जाता है। यह हमारे मौलिक अधिकारों का एक हिस्सा है। लेकिन जब एक प्राईवेट स्कूल के प्राचार्य के द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी के आदेश की आवेहलना कर आवेदक को गाली-गलौज किया गया यह कहां तक जायज है। क्या शिक्षा के मंदिरों में उक्त प्राचार्य द्वारा यही शिक्षा दी जाती है।
सूचना के अधिकार का उल्लंघन
जमुना कॉलरी निवासी सोहरत अली पिता साबित अली ने 1 मार्च 2019 को कलेक्टर अनूपपुर को शिकायत कर बताया कि 1 फरवरी 2018 को जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय अनूपपुर में सूचना का अधिकार के अंतर्गत जानकारी चाही थी कि जेईएम स्कूल जमुना कॉलरी का 11वीं कक्षा 2017 की हाजिरी रजिस्टर की छायाप्रति प्रमाणित प्रति न्यायालयीन कार्यवाही हेतु देवें।
प्रार्थी सोहरत अली को 27 फरवरी 2018 तक कोई जानकारी नहीं दी गई तब सोहरत अली ने जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में संपर्क किया तब वहां पदस्थ श्री राठौर ने एक पत्र दिया जिसमें गुलाब सिंह को आदेश किया गया है कि सोहरत अली के द्वारा मांगी गई जानकारी उपलब्ध कराकर सूचना जिला शिक्षा अधिकारी दें।
शिक्षा अधिकारी ने दिये थे आदेश
जब सोहरत अली वह आदेश लेकर गुलाब सिंह के कार्यालय जेईएम स्कूल जम़ुना कॉलरी पहुंचा और वह आदेश गुलाब सिंह को दिया और जानकारी उपलब्ध कराने के लिये कहा तब उन्होंने कहा कि यह जानकारी मैं तुझे कैसे दे सकता हूं, तब मैनें उन्हें कहा कि इस आदेश में मुझे ही जानकारी उपलब्ध कराने के लिये कहा गया है फिर उन्होंने कहा कि तू यहां से निकल जा फिर मैने उनसे आग्रह किया कि यह जानकारी मुझे उपलब्ध कराईये यह न्यायालयीन कार्यवाही हेतु जरूरत है और आज 28 फरवरी 2018 को मेरी पेशी है। इतने में गुलाब सिंह भडक गये और गाली-गलौज देने लगे। और मुझे धमकी तक देने पर उतारू हो गये और बोले की जहां शिकायत करनी हो कर लेना। इस तरह की धमकी भरे स्वर एक प्राचार्य को शोभा नहीं देता।