अनूपपुर जिले में कांग्रेस कमेटी में दिखी गुटबाजी, प्रदेश प्रभारी की कोतमा आम सभा में शीर्ष नेतृत्व अजय सिंह राहुल और जिला अध्यक्ष फुन्देलाल की फोटो गायब
अनूपपुर जिले में कांग्रेस कमेटी में दिखी गुटबाजी
प्रदेश प्रभारी की कोतमा आम सभा में शीर्ष नेतृत्व अजय सिंह राहुल और जिला अध्यक्ष फुन्देलाल की फोटो गायब
घमंड और अकड़ में भूल रहे पार्टी की मर्यादा
अनूपपुर जिले में विधानसभा चुनाव में तीनों विधानसभा जीत कर कांग्रेस ने अपने गढ़ में परचम लहरा दिया था। जिले में तीन विधायक कांग्रेस के थे लेकिन कांग्रेस के बड़े आदिवासी नेता बिसाहूलाल सिंह पाला बदलने के बाद दो ही सीट कांग्रेस के पास शेष रह गई। विंध्य की भूमि में बिसाहूलाल को राजनीति का सबसे मंझा हुआ राजनीतिज्ञ कहा जाता था। लेकिन अपने ही पार्टी के नए नए विधायक बने कोतमा विधायक के कारनामों से तंग आकर उन्होंने पाला बदल लिया। अब जब सरकार चली गई फिर भी कोतमा विधायक का रवैया अब तक नहीं बदला है। माननीय स्वयं को मंत्री से कम नहीं मानते उनके लिए शेष नेतृत्व मायने नहीं रखता है। तभी तो पार्टी को मजबूती देने एवं जिला भर के कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को जोड़ने के लिए प्रदेश प्रभारी सीपी मित्तल के आम सभा में शीर्ष नेतृत्व अजय सिंह राहुल और कांग्रेसी विधायक एवं जिला अध्यक्ष फुंन्दे लाल सिंह मार्को की फोटो ही बैनर से गायब कर दी। इतना ही नहीं सीपी मित्तल के साथ पुष्पराजगढ़ में यशोदा सिंह पाटले के यहां कोतमा विधायक सुनील सराफ मौजूद होने के बाद भी आमसभा में हिस्सा नहीं लिया । जिससे कांग्रेस की गुटबाजी साफ तौर पर नजर आ गई।
अनूपपुर। गुटबाजी के कारण सत्ता से हाथ धो बैठने वाली कांग्रेस पार्टी किस शीर्ष नेतृत्व ने अभी भी पार्टी के अंदर चल रही गुटबाजी को खत्म नहीं कर पा रहे हैं। विंध्यांचल भूमि में कांग्रेस की गुटबाजी चरम स्तर पर बरकरार है । पुष्पराजगढ़ विधानसभा के विधायक फुंन्देलाल सिंह मार्को के जिला अध्यक्ष बनने के बाद से पार्टी को समेटने का कार्य किया जा रहा था। पार्टी को एक कर फिर से विंध्यांचल की भूमि में कांग्रेस का परचम लहराने का प्रयास जिला अध्यक्ष फुन्दे लाल सिंह मार्को द्वारा किया जा रहा था। लेकिन कुर्सी के मद में चूर अपने शीर्ष नेतृत्व को भी ना मानने वाले कोतमा के विधायक सुनील शराब की मनमानी और पार्टी के प्रोटोकॉल की अनदेखी से पार्टी की गुटबाजी अनूपपुर जिले में फिर से चरम स्तर पर शुरू हो गई है।
आम सभा के बैनर से गायब की शीर्ष नेतृत्व की फोटो
कोतमा विधायक द्वारा कोतमा नगर के गांधी चौक में प्रदेश प्रभारी सीपी मित्तल के आने के बाद आम सभा का आयोजन किया गया था। जहां कोतमा विधानसभा के कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को बुलाकर मंच में स्थान दिया गया वहीं मंच के बैनर में छोटे से बड़े नेताओं के फोटो लगाई गई। पर मध्य प्रदेश के शीर्ष नेतृत्व अजय सिंह राहुल भैया और अपने ही जिले के जिला अध्यक्ष फुन्दे लाल सिंह मार्को की फोटो ही कोतमा विधायक लगाना भूल गए। इतना ही नहीं मंच से एक बार भी अपने जिला अध्यक्ष का नाम उद्बोधन नहीं किया गया। इससे यह तो स्पष्ट होता है कि कुर्सी पाने के बाद विधयक सुनील सुनील सराफ के अड़ियल रवैया से जिला कांग्रेस कमेटी में गुटबाजी चरम पर हो रही है। वही पुष्पराजगढ़ में जिला अध्यक्ष द्वारा की गई आमसभा में लगाए गए बैनर पोस्टर में अजय सिंह राहुल भैया के साथ कोतमा विधायक की भी तस्वीर लगाई गई जो कि पार्टी की प्रोटोकॉल को पूरा करता है वही फुंन्दे लाल की मनसा को भी स्पष्ट करता है जो कि पार्टी को एकजुट कर जिले भर में पार्टी को मजबूत करने का कार्य कर रहे हैं।
पुष्पराजगढ़ में मौजूदगी फिर भी आम सभा से कोतमा विधायक की दूरी
कोतमा विधायक सुनील सराफ शनिवार को पुष्पराजगढ़ क्षेत्र में मौजूद थे लेकिन देश के शीर्ष नेतृत्व एवं प्रदेश प्रभारी सीपी मित्तल की मौजूदगी में पुष्पराजगढ़ होने वाली आम सभा से दूरी बनाए रखी। पुष्पराजगढ़ में जिला कांग्रेस कमेटी के तरफ से आम सभा का आयोजन किया गया था जिसमें जिले भर के कांग्रेसी नेताओं ने हिस्सा लिया। वही विधायक सुनील सराफ पुष्पराजगढ़ में कांग्रेसी नेत्री यशोदा सिंह के घर में मौजूद रहे लेकिन कांग्रेस की इस आम सभा में हिस्सा नहीं लिया। जोकि विधायक की अड़ियल रवैया और उनके घमंड को दर्शाता है। विधायक कोतमा द्वारा स्वयं को सर्वोपरि मानकर पार्टी की मर्यादा को तार-तार कर रहे हैं देखना यह है कि क्या चीज नेतृत्व विधायक की उक्त क्रियाकलाप पर क्या प्रतिक्रिया करती है।
सीपी मित्तल का आगमन कांग्रेस के लिए हुआ घातक
सिस्नेत रत्न एसीपी मित्तल को अनूपपुर जिले में कांग्रेस कमेटी को मजबूत करने के लिए भेजा था लेकिन सीपी मित्तल के अनूपपुर आते ही कांग्रेसमें गुटबाजी और बढ़ गई हैं। कोतमा विधायक की लग्जरी गाड़ी में घूमने एवं कोतमा विधायक के दिए हुए ऐसो आराम के कारण सीपी मित्तल ने आंख में पट्टी बांधकर गुटबाजी को नजरअंदाज कर दिया। पुष्पराजगढ़ आम सभा में विधायक कोतमा की गाड़ी में हिस्सा लेने आए सी पी मित्तल अपने साथ कोतमा विधायक को भी पुष्पराजगढ़ क्षेत्र में लाए थे लेकिन आम सभा में हिस्सा सिर्फ सीपी मित्तल ने लिया वहीं कोतमा विधायक आम सभा से दूरी बनाए रखी। आम सभा के बाद दोबारा सी पी मित्तल कोतमा विधायक से मिलने पुष्पराजगढ़ क्षेत्र में महिला नेत्री यशोधरा सिंह के घर जब पहुंचे। शीश नेतृत्व से पार्टी को एकत्र करने आए सी पी मित्तल गुटबाजी को बढ़ावा देते हुए पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की मनसा में पानी फेर दिया कर दिया।
भोग-विलास में भूले अपना कर्तव्य
कोतमा विधायक द्वारा मिलने वाली सुख सुविधा और ऐसो आराम के कारण पार्टी में चल रही गुटबाजी को शीर्ष नेतृत्व से आए बड़े नेता ने नजरअंदाज कर दिया। लग्जरी गाड़ी में घूमना और भोग विलास की सुविधा कोतमा विधयक से उपलब्ध होने के बाद शीर्ष नेतृत्व के नेता मित्तल ने भी कोतमा विधायक की भाषा बोलना शुरु कर दिया। पार्टी को एकजुट करने के बजाय मित्तल के आगमन ने पार्टी को बिखेर कर रख दिया। अपने साथ कोतमा विधायक को पुष्पराजगढ़ ले जाने के बाद भी आम सभा में हिस्सा न लेने पर सी पी मित्तल द्वारा ना तो शीर्ष नेतृत्व को इसकी जानकारी दी गई और ना ही त्वरित कोई कार्यवाही की गई । जिससे कांग्रेस पार्टी एवं संगठन के अंदर गुटबाजी और कोतमा विधायक का मनोबल ज्यादा बढ़ गया । शीर्ष नेतृत्व को भोग विलास में लगाकर अपने चंगुल में डाल जिले की कमेटी को गुटबाजी की चरम सीमा तक पहुंचाने के बाद अब कोतमा विधायक अपने आपको जिले के सबसे बड़े नेता एवं स्वयं को मंत्री मान बैठे हैं देखना यह है कि यह इनकी मनसा पार्टी को कितनी क्षति पहुंचाती है। खैर कहना तो इतना है कि पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से आए मित्तल का आगमन कांग्रेस पार्टी के लिए घातक बन गया है।
जिला अध्यक्ष ने निभाया अपना फर्ज
इतना सब कुछ होने के बाद भी पुष्पराजगढ़ विधायक एवं जिला अध्यक्ष फुंन्दे लाल सिंह मार्को पार्टी की प्रोटोकॉल पूरा करते हुए कोतमा विधायक का फोटो आम सभा में लगाए गए बैनर पोस्टर में उचित स्थान दिया। साथ ही मंच से कोतमा विधायक की तारीफ भी की अब देखना यह है कि पुष्पराजगढ़ विधायक का लचीला रवैया क्या अपनी पार्टी की गुटबाजी को खत्म कर दोबारा कांग्रेस कमेटी को एकजुट कर विंध्यांचल क्षेत्र में झंडा गाड़ने का कार्य करेगी या कोतमा विधायक का अडियल रवैया जिला अध्यक्ष और शेष नेतृत्व की मनसा को चकनाचूर करेगा।