अवैध खनिज कारोबारी काट रहे चांदी
पुलिस और खनिज विभाग कर रहे खानापूर्ति
(Amit Dubey-8818814739)
शहडोल। एसआर कंपनी द्वारा बुढ़ार थाना अंतर्गत ग्राम जरवाही स्थित सोन नदी पर रेत खदान बंद करने के बाद यह क्षेत्र अवैध खनिज कारोबारियों के लिए चांदी उगल रहा है, इसके साथ ही सोन नदी पर आगे स्थित ग्राम भी कुछ माहों से अवैध रेत और पत्थर उत्खनन के नाम पर अपनी पहचान बना चुके हैं। ग्राम सेमरा, हड़हा और इससे जुड़े आधा दर्जन ग्रामों में अवैध रेत के दो-चार नहीं बल्कि दर्जनों ठीहे मौजूद हैं, यहां रात में रेत निकालकर संग्रहित की जाती है और फिर जहां तक संभव हो बिना रॉयल्टी या फिर एक ही रॉयल्टी पर्ची पर रेत के कई ट्रिप लगाये जाते हैं। इन क्षेत्रों से समय-समय पर खनिज और स्थानीय पुलिस को सूचना भी जाती है, लेकिन अभी तक के आंकड़े इस बात को साबित करते हैं कि पुलिस और खनिज विभाग द्वारा इन क्षेत्रों में जांच, कार्यवाही खानापूर्ति ही रही है।
खुलेआम हो रहा कारोबार
जरवाही सहित सेमरा, हड़हा और इससे लगे अन्य ग्राम बुढ़ार थाना क्षेत्र अंतर्गत आते हैं, यहां की पुलिस इन क्षेत्रों में दौरा तो करती है और उसे अवैध उत्खनन और वाहनों की जानकारी भी है, लेकिन डॉयरी में दर्ज मासिक वाहन मालिकों की सूची और उनसे होने वाली वसूली के कारण यहां सब ऑल इज वेल चल रहा है। वहीं खनिज अमले को तो इसकी फिक्र ही नहीं है, पूर्व में पदस्थ खनिज निरीक्षक ने यहां से लेकर बटुरा तक अपने कुछ ठीहे बना रखे थे, जहां हर माह राशि इक_ी होती थी, लेकिन उसके बाद आये नये निरीक्षक अभी सिर्फ तफरी ही कर रहे हैं। जबकि सेमरा क्षेत्र में शालू, रज्जन, समित, अनिल, लाल भाई तो जरवारी क्षेत्र में ललन, लालू, छोटू, राजेश, सतपाल, ब्रजेश, अंकित, संतोष, विनोद जैसे यादव बंधु और ललुआ व अंकल नामक कारोबारी खुलेआम पूरे क्षेत्र में अवैध कारोबार का पर्याय बने हुए हैं।