आज से मेडिकल कॉलेज में ही होगी कोविड-19 के सैम्पलों की जाँच
माइक्रो बायोलॉजी डिपार्टमेंट ने चार नमूनों के जांच की तैयारी
आज का दिन मेडिकल कॉलेज के इतिहास में दर्ज किया जायेगा,
आज से कोविड-19 जैसी महामारी की जांच यहां संभव हो सकेगी, बीते 3 महीनों से इसके लिए स्वास्थ्य कर्मियों को हर दिन जबलपुर दौड़ना पड़ता था,
यही नहीं इस जांच की सुविधा से संभाग के अनूपपुर और उमरिया जिले को भी लाभ मिलना शुरू हो जायेगा।
शहडोल। मेडिकल कॉलेज में आज से कोविड-19 के संभावित मरीजों के सैंपलों की जांच संभव हो सकेगी, मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. मिलिंद शिरालकर ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि टूनैट नामक मशीन जिसे जिला चिकित्सालय के लिए विभाग द्वारा भेजा गया था, उससे मेडिकल कॉलेज में आज से रखा गया है, जांच के लिए सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं, माइक्रो बॉयोलॉजी डिपार्टमेंट आज सोमवार से इसकी शुरूआत करेगा। श्री शिरालकर ने बताया कि कलेक्टर डॉ. सतेन्द्र सिंह के प्रयासों से यह संभव हो पाया है।
सुरक्षा कवच से घिरे होंगे विशेषज्ञ
कोरोना वॉयरस के सैंपल की जांच के लिए बनाये गये कक्ष की विशेषसुरक्षा रहेगी, यहां मेडिकल कॉलेज के किसी भी व्यक्ति को माइक्रो बाायोलॉजी डिपार्टमेंट की अनुमति के बिना प्रवेश वर्जित होगा, सांइटिस्ट और डॉक्टर्स पीपीई किट के साथ ही ग्लब्स, चश्में, जूते व अन्य सुरक्षा उपकरणों से सुसज्जित रहेंगे।
जल्द आयेगी आरटी-पीसीआर
साइंटिस्ट व डॉक्टरों की टीम डॉ. मिलिंद शिरालकर ने बताया कि कोरोना वॉयरस के सैंपलों के जांच के लिए दो सांइटिस्टों और माइक्रो बॉयोलाजी विभाग के चार चिकित्सकों को इसकी जिम्मेदारी दी गई है, उत्तरप्रदेश से मैेडिकल कॉलेज आये गौरव कुमार और छतीसगढ़ से यहां आई एल. शिवलता नामक वरिष्ठ सांइटिस्टों के साथ ही माइक्रो बॉयोलाजी डिपार्टमेंट के डॉ. अभिषेक गौर, डॉ. मिहिर पटनायक, डॉ. सुरजीत शुक्ला व डॉ. अंकिता शर्मा की टीम को जांच का जिम्मा दिया गया है।
पहले चरण में 4 सैंपलों की होगी जांच
मेडिकल कॉलेज से जुड़े सूत्रों पर यकीन करें तो, आज ट्रनेट नामक
मशीन से कोरोना वॉयरस की जांच की जायेगी, रविवार की रात तक इसके लिए चार संभावित मरीजों के सैंपल लिये जाने की तैयारी की गई है, हालाकि आज सोमवार को अनूपपुर या उमरिया जिले से भी जांच के लिए सैंपल आ सकते हैं, जिससे यह संख्या और बढ़ सकती है। मेडिकल कॉलेज के माईक्रो बॉयोलॉजी डिपार्टमेंट के द्वारा इसके लिए तैयारियां की जा चुकी हैं।
टूनेट नामक इस मशीन से प्रतिदिन लगभग 10 सैंपलों की जांच संभव हो सेकेगी, हालाकि कोरोना वॉयरस की जांच के अलावा टुरनेट मशीन डेंगू, स्वाइन पलू व मस्तिष्क रोग जैसे बीमारियों की भी जांचे की जा सकती है, हालाकि मेडिकल कॉलेज के लिए मंगाई गई, आरटी-पीसी आर नामक मशीन जो टूनेट नामक उत्त मशीन ज्यादा विश्वसनीय बताई जाती है। उसे भी मेडिकले कॉलेज द्वारा मंगाये जाने की कार्यवाही की जा चुकी है, जल्द ही आरटी-पीसीआर आ जाने के बाद टू नेट को जिलाचिकित्सालय भेज दिया जायेगा।