इस साल की दूसरी तिमाही में वैश्विक व्यापार में 18.5 फीसदी की गिरावट
नई दिल्ली । विश्व व्यापार संगठन (WTO) ने यह अनुमान जारी करते हुए कहा कि कोरोना की वजह से हालात इससे भी बुरे हो सकते थे. डब्ल्यूटीओ ने कहा कि पहली तिमाही में विश्व वस्तु व्यापार में करीब 3 फीसदी की गिरावट आई थी.
WTO ने कहा
विश्व व्यापार संगठन ने अपने एक बयान में कहा कि, ‘दूसरी तिमाही के लिए शुरुआती अनुमान से यह पता चलता है कि कोरोना वायरस और इससे जुड़े लॉकडाउन ने वैश्विक जनसंख्या के बड़े हिस्से को प्रभावित किया है. इससे यह संकेत मिलता है कि वैश्विक कारोबार में साल-दर-साल आधार पर करीब 18.5 फीसदी की गिरावट आएगी.’ डब्ल्यूटीओ ने कहा कि पहली तिमाही में विश्व वस्तु व्यापार में करीब 3 फीसदी की गिरावट आई थी.
WTO ने कहा कि अब हम व्यापार में जो गिरावट देख रहे हैं, वह ऐतिहासिक रूप से बहुत ज्यादा है. वास्तव में यह अब तक रिकॉर्ड हुई सबसे बड़ी गिरावट होगी. लेकिन इसमें एक अच्छी बात यह है कि हालात इससे भी बुरे हो सकते थे.’
यानी कोरोना की वजह से विश्व व्यापार संगठन ने वैश्विक व्यापार में गिरावट का जो अनुमान पहले जारी किया था, उसकी तुलना में हालत कुछ बेहतर है. इस साल 20 अप्रैल को जारी अनुमान में ने कहा था कि 2020 में वैश्विक व्यापार में 13 से 32 फीसदी तक की गिरावट आ सकती है.
WTO ने कहा कि अभी के हालात को देखते हुए अगर आगे की तिमाहियों में वैश्विक व्यापार में 2.5 फीसदी की भी बढ़त हो जाती है, तो यह राहत की बात होगी.
इसके पहले दी थी मंदी की गंभीर चेतावनी
गौरतलब है कि इसके पहले WTO ने कहा था कि कोरोना वायरस महामारी के कारण दुनिया भीषण वैश्विक मंदी की चपेट में आ सकती है. विश्व व्यापार संगठन ने कहा था कि कोरोना वायरस महामारी के कारण वैश्विक व्यापार में 2020 में एक तिहाई तक की गिरावट आने की आशंका है.
डब्ल्यूटीओ ने एक बयान में कहा था, ‘विश्व व्यापार में 2020 में 13 फीसदी से लेकर 32 फीसदी तक की गिरावट आने की आशंका है. इसका कारण कोरोना वायरस महामारी के कारण सामान्य आर्थिक गतिविधियां और जीवन बुरी तरीके से प्रभावित होना है.’