एक हरकत, एक कॉल से मेडिकल…………………………… में मचा बवाल!

(अनिल तिवारी+91 88274 79966)
शहडोल। कोरोना संक्रमित मरीज की जांच के लिए जब उसे टेक्नीशियन के पास जाना पड़ा तो, टेक्नीशियन ने उसे ऐसा क्या कह दिया कि मरीज को यह बात नागवार गुजरी, किसी ने कहा की लॉकेट उतारने के लिए कहा था, चौकीदार ने कहा कपड़े मोटे थे, इसलिए पतले कपड़े पहनने के लिए कहा था, कर्मचारी को नौकरी पर आये सप्ताह-दो सप्ताह भी नहीं बीते, कर्मचारी मस्ती में था या सुनने में चूक हो गई, यह तो जांच कक्ष के अंदर रहने वाले ही जाने।
एक कॉल जांच कक्ष से विभागीय कार्यालय की कुर्सी पर बैठे कर्मचारी के पास पहुंचा, थोड़ी ही देर में कई वाहन विशालकाय भवन के बाहर जा खड़े हुए, संस्था को शुरू हुए अभी माह-दो माह ही हुए हैं, अचानक हुई घटना से संस्था की साख ही कटघरे में खड़ी नजर आने लगी, शायद इसी वजह से मामले में लगी आग पर पानी डालकर उसे ठण्डा कर दिया गया, खुद संस्था प्रमुख ने इस संदर्भ में बताया कि मामला तो उठा था, लेकिन सच क्या था, यह कहा नहीं जा सकता, अब मामला खत्म हो चुका है।
सवाल यह भी उठता है कि जब महिला की जांच होनी है तो, उसके लिए महिला पेशेंट के साथ किसी ने किसी महिला कर्मचारी को भी होना था, लेकिन जब जांच कक्ष में उसे भेजा गया तो, वहां सिर्फ पुरूष कर्मचारी ही थे, ऐसी स्थितियों में आरोप लगना जायज है, संस्था से भी इस संदर्भ में चूक तो हुई है, फिलहाल संस्था, कर्मचारी और महिला की साख के कारण सब शांत करा दिया गया।