किसने कहां और कितनी ईंट बनाई, अब होगी इसकी जांच @ कलेक्टर ने खनिज व राजस्व अमले को दिए जांच के आदेश

शहडोल। जिले में ग्रामीण व शहरी इलाकों में चल रहे ईंट के कारोबार करने वालों की शीघ्र ही जांच शुरू की जाएगी, विभागीय सूत्रों की माने तो कलेक्टर कार्यालय से खनिज और राजस्व विभाग को इस आशय के आदेश जारी किए गए हैं, आने वाले दिनों में तहसीलदार और नायब तहसीलदार अपने-अपने क्षेत्र में बनाए जा रहे हैं ईंट और ईंट भट्टों की कुल संख्या व संचालकों की जानकारी लेंगे, जो कलेक्टर कार्यालय भेजी जाएगी, यही नहीं इसके लिए खनिज विभाग को भी कलेक्टर ने अतिरिक्त अधिकार देते हुए ऐसे ही भठ्ठों की जांच करने के आदेश दिए हैं।
तहसील के पास थे अधिकार
गौरतलब है कि पूरे जिले में हजारों की संख्या में ईंट व्यवसायी हैं और उनके द्वारा ग्रामीण और कस्बाई क्षेत्रों में लगाए जा रहे हैं, हालांकि र्इंट बनाने के अधिकार और इनकी देखरेख का जिम्मा तहसील कार्यालय के जिम्में में रहता है, तहसील से ही इस आशय के आदेश जारी होते हैं कि ईंट का कारोबार करने की अनुमति किसे दी जाए और उसके आवेदन भी तहसील कार्यालयों में ही जमा होते हैं, जिसके बाद जांच और निर्धारण किया जाता है कि आवेदक को ईंट के कारोबार की अनुमति दी जाए या नहीं। यह भी सामने आई कि कारोबारियों को ईंट कितनी संख्या में बनाई जाएगी, इसका भी उल्लेख जारी आदेश में किया जाता है।
अवैध उत्खनन को बढ़ावा
बीते कुछ वर्षों से लगातार यह देखा जा रहा है कि र्इंट कारोबारी मनमाने ढंग से अपने कारोबार को अंजाम देकर शासन को राजस्व की क्षति पहुंचा रहे हैं साथ ही उनके इस कारोबार से मिट्टी और कोयले के अवैध उत्खनन को बढ़ावा मिल रहा है, इसके अलावा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के नियमों का भी पालन नहीं कर रहे हैं, कई स्थानों पर बाल मजदूरों को भी कार्य कराते हुए देखा गया है, उसके लिए श्रम कार्यालय को भी जांच के अधिकार पूर्व से ही दिए गए हैं, लेकिन इस संबंध में भी कभी कोई कार्यवाही होती नहीं दिखती।