क्रेशर संचालक करा रहे पत्थर के लिए विस्फोट

ग्रामीणों हो रही समस्या, प्रशासन मौन
(विपिन शिवहरे+91 79871 71060)
उमरिया। जिले के बिरसिंहपुर पाली तहसील से सटे छोटतुम्मी और बड़ीतुम्मी जहां पत्थरों का अधिक उपज और पहाड़ों के बीच पर स्थापित दो गिट्टी क्रेशर व खदानों से पत्थर का निकालने का काम किया जा रहा है, नियम के विरुद्ध हो रहा अवैध कारोबार बड़ीतुम्मी में स्थापित क्रेशर पर एक मजदूर की जान जाते-जाते बच गई, खबर है कि तत्काल क्रेशर संचालक द्वारा शहडोल अस्पताल ले जाकर स्वयं ट्रीटमेंट कराया गया और मामले को रफा-दफा कर दिया गया, क्रेशर संचालक द्वारा स्थापित दो क्रेशर जहां खुलेआम बारूद विस्फोट किया जा रहा है, क्रेशर संचालक रात होते ही बारूद से विस्फोट करते है।
बाल-बाल बची जान
क्रेशर संचालक द्वारा आये दिन कराये जा रहे विस्फोट से एक ग्रामीण के घर में बड़ा पत्थर का हिस्सा जाकर घर पर गिरा गया और घर टूट गया, गरीब परिवार घटना से तो बाल-बाल बचा, लेकिन उसका घर में काफी क्षति हुई, के्रशर के संचालक द्वारा घर भी बनवाया गया, लेकिन अधूरे में ही छोड़ दिया गया, आये दिन हो रहे विस्फोट से जहां शासकीय भवन में दरारें आ रही है, वहीं कुएं, तालाब का पानी सूखता जा रहा है , ग्रामीणों ने इसकी शिकायत कलेक्टर कमिश्नर से भी की, लेकिन क्रेशर संचालक व ठेकेदारों पर कोई कार्यवाही नहीं हुई।
ओवरलोड गिट्टी से सड़क की उड़ी धज्जियां
बडी़ तुमी से घुनघुटी प्रधानमंत्री सड़क बनी हुई है, जहां 8 टन की जगह 40 से 50 टन ओवरलोड गिट्टी ढो़ई जाती है, जिससे रोड व सड़क की धज्जियां उड़ चुकी हैं, जहां पहाड़ के ऊपर से भरा हाईवा उतारा जाता है, जानकारी के अनुसार कुछ दिनों पूर्व गिट्टी से लदा हाईवा पहाड़ से उतर रहा था, उसी दौरान आचानक ब्रेक फेल होने के कारण पहाड़ के नीचे ओवरलोड गिट्टी से भरा हाईवा गिर गया, जिससे ड्राइवर की मौके पर ही मौत हो गई थी, इसके बावजूद प्रशासन नहीं जागा और अभी भी निरंतर ओव्हर लोड हाईवा पहाड़ से नीचे उतर रहे हैं।
हो रहा प्रदूषण
घुनघुटी के लोगों द्वारा यहां से ओवरलोड गिट्टी से लदा हाईवा को रोकने की प्रशासन से मांग भी की, लेकिन प्रशासन ने शिकायत भी रद्दी की टोकरी में डाल दी गई, घुनघुटी रेलवे स्टेशन से होकर गुजर रहे ओवरलोड हाईवा गिट्टी व पत्थर से लदा हुआ जैसे ही निकलती है, तो धूल के गुब्बार घरों एवं स्कूली बच्चों के जीवन पर छा जाता है और राहगीरों को भी इससे भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन जिले में बैठे जिम्मेदारों ने उक्त मामले से चुप्पी साधे बैठे हैं।