घंटो सड़क पर पड़ा रहा शव, वाहन ढूंढती रही पुलिस
समाजसेवियों ने बढ़ाये हाथ, तब देर शाम उठा शव
(Amit Dubey-8818814739)
शहडोल। जिले के सबसे मजबूत थानो में गिना जाने वाला अमलाई थाना और उसके प्रभारी इतने असमर्थ हो चुके हैं कि थाना क्षेत्र अंतर्गत मिली अज्ञात लाश को उठाकर अस्पताल तक भेजने का न तो शासन से उन्हें कोई वाहन मिला है और न ही उनके पास इतना सामथ्र्य है कि वे विपरीत परिस्थितियों में इसकी व्यवस्था कर सके, घटना प्रदेश की सबसे बड़ी पंचायत ग्राम बकहो स्थित शंकर मंदिर बड़ा तालाब की हैं, जहां मुख्यमार्ग पर अज्ञात ग्रामीण की लाश मिलने की सूचना पुलिस को दी गई, लेकिन दोपहर को मिली सूचना के बाद पुलिस ने यहां पहुंचते-पहुंचते शाम कर दी और फिर वहां आने के बाद लाश को पोस्टमार्टम के लिए ले जाने हेतु ग्रामीणों का मुंह ताकने लगी।
किस काम के वर्दीधारी
पुलिस को किसी के मृत अवस्था में पड़े रहने की सूचना मिलती है, वह मौके पर भी पहुंचती है, लेकिन मौत जैसे गंभीर मामले पर संजीदा नहीं होती, मृतक की मौत स्वाभाविक थी या उसकी हत्या की गई थी, हत्या के पीछे क्या कारण थे, मृतक की शिनाख्त होने से पहले कोई नहीं जानता था कि वह स्थानीय ग्रामीण है, वह कोई आतंकवादी या कोई वीवीआईपी भी हो सकता था। हत्या के भी संगीन कारण हो सकते थे, लेकिन सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचना और शव का पंचनामा कर पुलिस ने शायद अपनी नौकरी पूरी कर ली।
समाजसेवी ने निभाई जिम्मेदारी
पुलिस के यहां आने के बाद लाश को ले जाने के लिए घंटो तक ऊहा-पोह की स्थिति बनी रही, पुलिस ग्रामीणों का और ग्रामीण पुलिस का मुंह ताकते रहे, हालाकि इस दौरान पुलिस ने इस बात की पुष्टि कर ली कि मृतक और कहीं का नहीं बल्कि समीपी ग्राम झगरहा का रहने वाला लल्लू राठौर ड्राईवर पिता कमला सिंह है, लेकिन लाश को वहां से उठाकर ले जाने के लिए पुलिस ने हाथ खड़े कर दिये, अंतत: स्थानीय समाज सेवी व सेवन ओसियन विद्यालय के प्रबंधक राकेश सिंह ने खुद के द्वारा नि:शुल्क रूप से चलाई गई एम्बुलेंस भेजकर शव उठवाया और पुलिस संरक्षण में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बुढ़ार भिजवाया।
कांग्रेस नेता ने लगाये गंभीर आरोप
वरिष्ठ अधिवक्ता और कांग्रेस नेता प्रदीप सिंह ने अमलाई पुलिस को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि ऐसे प्रभारियों को तत्काल लाईन हाजिर करना चाहिए, जो किसी व्यक्ति की संदिग्ध मौत होने के बाद भी संजीदा नहीं होते, अमलाई पुलिस सूचना मिलने के कई घंटो बाद मौके पर पहुंची और फिर वह जब सड़क पर पड़ी लाश को अस्पताल तक ले जाने में सक्षम नहीं है तो ऐसे प्रभारी अधिकारियों को लाईन की ही शोभा बढ़ानी चाहिए। वरिष्ठ अधिवक्ता ने कहा कि इस मामले का मीडिया के माध्यम से पुलिस अधीक्षक व पुलिस महानिरीक्षक के संज्ञान में लाया जा रहा है, भविष्य में अन्य थाना क्षेत्रों में ऐसी पुर्नावृत्ति न हो इसलिए जिम्मेदारों पर कार्यवाही आवश्यक है।