..जब कलेक्टर और जीएम नही कर सके निराकरण तो सांसद के पास पहुंचे किसान

(सुधीर शर्मा-9754669649)

शहडोल। भू-अर्जन के बाद मुआवजा वितरण तो कर दिया गया लेकिन अब किसानों के सामने रोजगार एक बड़ी चुनौती साबित हो रही है। सोहागपुर एरिया के दामिनी यूजी कोल माइंस द्वारा खैरहा और कंदोहा गांव का लगभग 810 एकड़ भूमि का अर्जन किया है, जिसके एवज में लगभग 80 फीसदी किसानों को मुआवजा भी प्रदाय किया जा चुका है, लेकिन कोल प्रबंधन अब रोजगार देने में विलंब कर रही है। जिसको लेकर सैकड़ो किसान पहले जीएम का दरवाजा खटखटाया और जब न्याय मिलता दिखाई नही दिया तो कलेक्टर से निराकरण की गुहार लगाई, करीब आधा दर्जन प्रयास के बाद भी जब किसानों को रोजगार संबंधी निराकरण होता दिखाई नही दिया तो सभी सांसद के निवास पर पहुंच अपनी व्यथा सुनाई है।
सांसद ने सीएमडी से की चर्चा
दो बार जीएम का दफ्तर और तीन मर्तबा कलेक्टर ऑफिस का चक्कर काट चुके किसान रविवार को सांसद श्रीमती हिमाद्री सिंह के आवास राजेन्द्रग्राम पहुंच गए। सुबह करीब 10 बजे किसानों ने सांसद से मुलाकात की और समस्या से अवगत कराया। जिसके बाद श्रीमती हिमाद्री सिंह ने एसईसीएल क्षेत्र के सीएमडी से फोन पर चर्चा कर किसानों की रोजगार संबंधित समस्या से अवगत कराया। जिस पर सीएमडी ने फोन पर आश्वासन देते हुए कहा कि शीघ्र ही जीएम सोहागपुर से चर्चा कर संबंधित विषय के निराकरण हेतु कार्रवाई की जाएगी।
कमिश्नर से करेंगे मुलाकात
किसानों ने बताया कि सासंद से चर्चा होने के बाद वे सोमवार को कमिश्नर शहडोल से भी मुलाकत करेंगे और दामिनी यूजी कोल माइंस प्रबंधन द्वारा की रही उपेक्षा के संबंध में अवगत कराएंगे। बीते एक साल किसान रोजगार संबंधी प्रक्रिया प्रारंभ नही होने से दर-दर भटकने पर मजबूर है। निराकरण को लेकर किसानों के पास कोई रास्ता नही है जिसके चलते वे जनप्रतिनिधियों से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों का दरवाजा खटखटा रहे है।
यह है मामला
सोहागपुर एसईसीएल क्षेत्र के दामिनी यूजी कोल माइंस द्वारा किसानों की भूमि अधिग्रहित कर उन्हें मुआवजा और रोजगार देने का वादा किया था, मुआवजा का वितरण तो किया जा रहा है लेकिन जमीन के बदले रोजगार प्रदान करने की प्रक्रिया में कोल प्रबंधन लेट लतीफी कर रही है। जिसको लेकर खैरहा और कंदोहा के सैकड़ो किसान भविष्य को लेकर काफी परेशान है।