धर्म : गुरुवाणी के जयघोष से गूँजी ट्रांसपोर्ट नगरी

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धगुरुन-गुरूनानक से गुंजायमान हुआ अंचल
गुरुवाणी के जयघोष से गूँजी ट्रांसपोर्ट नगरी

बुढ़ार में निकली विशाल शोभायात्रा

देर रात तक चला शबद कीर्तन और लंगर
(अमित दुबे@7000656045)

बुढ़ार। शुक्रवार की सुबह 4 बजे पूज्य सिंधी पंचायत बुढ़ार में 40 दिनों से चल रहे अमृतवेला कार्यक्रम के समापन में हजारों की संख्या में सिंधी व सिक्ख समुदाय के अलावा अन्य धर्माे और भाषा-भाषी के लोगों का मेला लग गया, सतसंग के श्रवण लाभ के बाद 5 बजे के आस-पास प्रभातफेरी निकाली गई, जिसमें आराध्य देव श्रीगुरूनानक देव जी के नारों व संगीत से पूरा शहर गुंजायमान हो गया। प्रभातफेरी पूज्य सिंधी पंचायत से निकलने के बाद रेलवे मार्केट, मेनरोड, हरेमाधव कालोनी होती हुई वापस कोतमा रोड से वापस लोहिया चौक, बस स्टैण्ड के बाद वापस पूज्य सिंधी पंचायत पहुंची।


सेवादारों ने जीत लिया दिल
अमृतवेला परिवार के आधा सैकड़ा युवाओं ने 40 दिनों तक आयोजन के दौरान अपनी सेवाएं देकर स्थानीय लोगों का दिल जीत लिया, समापन के दिन से एक दिन पहले पूरी रात कार्यक्रम की तैयारी और शुक्रवार की सुबह 3 बजे से यहां आने वाले हजारों अनुयायियों के आगमन के लिए तैयारियों में युवाओं ने पूरी ताकत झोंक दी। प्रभातफेरी में लगभग 2 से 3 किलोमीटर के मार्ग को श्रीगुरू ग्रंथ साहेब की अगुवानी से पहले पानी से धोने के साथ ही झाडू की सेवा और पूरे मार्ग पर पुष्पवर्षा में समिति ने अपनी ताकत झोंक दी। प्रभातफेरी के दौरान जगह-जगह पर सेवादारों द्वारा पेयजल सहित चाय आदि की भी व्यवस्था आगंतुकों के लिए की गई थी।
गुरूवाणी से अभिभूत हुआ शहर
सुबह 4 बजे से पूज्य सिंधी पंचायत में श्री रिंकू वीरजी के सतसंग और आशिर्वचनों से सैकड़ों भक्त अभिभूत हुए, इस दौरान पूज्य सिंधी पंचायत बुढ़ार के अलावा धनपुरी, अमलाई, अनूपपुर और शहडोल से बड़ी संख्या में भक्तों ने यहां शिरकत की और श्रवण लाभ लिया, प्रभातफेरी में गुरूवाणी के वाचन से पूरा शहर अभिभूत हो गया, इस दौरान पुरूष व महिला कार्यकर्ताओं के निर्देशों पर उपस्थित भक्तों ने विशाल फेरी में एकता और कतार बनाकर शालीनता का परिचय दिया, इस दौरान आतिशबाजी भी की गई और अंत में गुरूद्वारे में प्रसाद वितरण का भी कार्यक्रम किया गया।


देर शाम आयोजित हुआ लंगर
अमृतवेला कार्यक्रम के समापन पर पूज्य सिंधी पंचायत द्वारा शुक्रवार की देर शाम 7 बजे विशाल लंगर का भी आयोजन किया गया, साथ ही गुरूग्रंथ साहेब की स्थापना और गुरू की अरदास सहित गुरू के आशिर्वचनों का भी संगीतमय कार्यक्रम आहूजा परिसर में आयोजित किया गया, इस दौरान अमृतवेला परिवार के सोनू आहूजा, सतीश जगवानी, जय कुमार घुरयानी, आकाश घुरयानी, पदम कृष्णानी, राहुल मान्यवानी, सोनू वरदानी, लाला वरदानी के अलावा पूज्य सिंधी पंचायत के राजेश आहूजा, कैलाश विशनानी दौलत मनवानी, नारायण दास पंजवानी,सुरेश पंजवानी,सच्चानन्द दानवानी, धर्मेन्द्र आहूजा एवं अन्य वरिष्ठों ने युवाओं को मार्गदर्शन देकर कार्यक्रम को ऐतिहासिक रूप दे दिया।


30 सितम्बर से 8 नवम्बर तक हुआ आयोजन
सिक्ख व सिंधी समुदाय के आराध्य देव श्री गुरुनानक देव जी के 550 वे साल को भव्य रूप से बनाने हेतु अमृतवेला परिवार बुढ़ार द्वारा विशाल तैयारी की गई है, अमृतवेला ट्रस्ट बुढ़ार के मीडिया प्रभारी सोनू आहूजा ने बताया कि अमृतवेला कथा कीर्तन चालिया 30 सितम्बर को प्रारंभ किया गया था, जिसका समापन 40 दिन पूरे होने पर 8 नवम्बर दिन – शुक्रवार को संपन्न हुआ।


कथा-कीर्तन और प्रोजेक्टर ने बांधा समा
चालिया समापन बहुत ही यादगार तरीके से किया गया, शुक्रवार सुबह 4 बजे से जपजीसाहिबपाठ एवं कथा कीर्तन प्रोजेक्टर एवं 5 बजे से विशाल एवं आकर्षक नगर कीर्तन, प्रभात फेरी का निर्धारित मार्ग सिंधु भवन बुढ़ार गुरुद्वारे से प्रारंभ होकर रेलवे मार्केट ,सिनेमा रोड, हरे माधव कालोनी ,नेहरु पार्क, कोतमा रोड ,अमलई चौक होते हुए वापस सिंधु भवन बुढ़ार में समापन होगा, उसके बाद साईं झूलेलाल जी की आरती पल्लव एवं प्रसाद वितरण किया गया। वहीं सायं 7 बजे गुरदीप भाई साहब एवं उनकी मंडली द्वारा कथा कीर्तन का सुंदर प्रस्तुतिकरण रात 9:30 बजे से गुरु के लंगर प्रसाद का वितरण, प्यारी साध संगत में से जो उपवास में थेे, उनके लिए फलाहार और खीर की व्यवस्था की गई। अमृतवेला परिवार ने आस-पास की संगत को कार्यक्रमों में शामिल करने और गुरु घर की प्रसन्नता एवं आशीर्वाद लेने पहुंचे, समाज के प्रबुद्धजनों और आयोजन में प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग करने वालों को साधूवाद भी दिया।

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