नाले को पाटा और स्टाप डैम को दफन कर, बढ़ा लिया रकवा
भू-माफियाओं के इशारे पर नसरहा-फतेहपुर में सरकती रही भूमि
जुगाड़ के फेर में फाईलों में खो गई आरआई और डिप्टी कलेक्टर की जांच
(Amit Dubey-8818814739)
शहडोल। नगर पालिका क्षेत्र अंतर्गत आने वाली भूमि और इससे सटे ग्राम फतेहपुर के खसरा नंबर 58 और नरसरहा के खसरा नंबर 87 के भू-खण्डों में प्लाटिंग व कालोनी का निर्माण अपने चरम पर है। करीब 2 वर्ष पहले यह निर्माण शुरू होने के दौरान ही पोण्डा नाला को पाटने व रेलवे की भूमि में अतिक्रमण के कारण विवादों में आया था, इस दौरान काम ऊपरी तौर पर बंद कर दिया गया था, लेकिन अंदर ही अंदर जुगाड़ का कारोबार जारी था, बीते कुछ माहों से उक्त क्षेत्रफल में चहल-पहल दिखने लगी है, खबर है कि इस बार फर्श से अर्श तक का पूरा जुगाड़ जमा लिया गया है, प्रशासनिक अधिकारियों से मिली हरी झण्डी के बाद उक्त क्षेत्र में भू-खण्डों का विक्रय करने वालों का उत्साह इतना बढ़ा कि उन्होंने पोण्डा नाला को दफन करने के बाद वर्षाे पहले यहां निर्मित स्टाप डैम को भी मिट्टी से पाटकर अपने रकवे में मिला लिया है, बहरहाल सबकुछ नियमानुसार चल रहा है, जिम्मेदार आंखे मूंदकर जाग रहे हैं।
ठण्डे बस्ते में 248 की कार्यवाही
पूर्व में हुई शिकायतों के बाद प्रशासनिक पहल पर जांच प्रारंभ की गई थी, जिसमें 4 आरआई और एक डिप्टी कलेक्टर ने वर्तमान में स्वास्तिक ग्रीन वैली नामक कालोनी में पाटे गये नाले की जांच की थी, लगभग 100 साल पुराने नाले को पाटने का मामला प्रमाणित भी हुआ था, लेकिन समय और गांधी के फेर मे सबकुछ भुला दिया गया और पूरा मामला ठण्डे बस्ते में चला गया।
पहले नाला और अब स्टॉप डैम हुए गायब
बीते वर्षाे में यहां भू-खण्डों का विक्रय करने व कालोनी निर्माण के दिवास्वप्र दिखाने वालों ने नाले को जेसीबी से पाटा था, बाद में जांच टीम आई तो आंखों में धूल झोखने के लिए मशीनों से कृत्रिम नाले का निर्माण करा दिया गया, यह मामला नतीजे तक पहुंचा ही नहीं कि उक्त भू-खण्ड के दूसरे छोर में वर्षाे पहले निर्मित स्टॉप डैम को मिट्टी से पाटकर उसके अस्तित्व को ही मिटा दिया गया, प्रशासन द्वारा जिस स्टॉप डैम को लाखों रूपये खर्च कर पानी को रकवे को बढ़ाने के लिए निर्माण कराया था, अब वह सिर्फ विभागीय कागजों में ही रह गया।
माफिया की मुी में कानून कौडिय़ों के दाम एकड़ में भूमि खरीदकर उसमें भू-खण्ड काटने और कालोनी बनाकर आवास बेचने के कारोबारियों की मुी में स्थानीय नपा सहित ग्राम तथा नगर निवेश, राजस्व व रेरा जैसे अधिनियम दम तोड़ते नजर आ रहे हैं, अचरज इस बात का है कि संवेदनशील कलेक्टर ने ऐसे ही गड़बडिय़ों को रोकने व शासन के राजस्व को इनसे हो रही क्षति पर विराम लगाने के लिए भू-खण्डों के विक्रय पर कड़ी नजर रखी हुई है, बावजूद इसके निचले स्तर के जिम्मेदार न सिर्फ मनमानी कर रहे हैं, बल्कि अपने जुगाड़ में कामयाब भी हो रहे है।
इनका कहना है…
जब तक हम रिपोर्ट नहीं दिये, ऐसा लग रहा था, अधिकारी हमको खा लेंगे, इतने दिन हो गया, 248 की रिपोर्ट दिये आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई।
प्रेम कुमार मिश्रा
पटवारी
फतेहपुर
हमने विधिवत पूरे दिन पोण्डा नाला में हुए अतिक्रमण की जांच की है, माफियाओं ने पूरे नाले का स्वरूप बदल दिया है, जांच रिपोर्ट दे दी है, पता नहीं कार्यवाही क्यों नहीं हो रही।
श्री चक्रवती
राजस्व निरीक्षक
सोहागपुर
जांच में नाले पर अतिक्रमण करना पाया गया है, चार आरआई द्वारा मेरी मौजूदगी में विधिवत जांच की गई है, रिपोर्ट कार्यवाही करने वाले अधिकारियों को सुपुर्द कर दिया गया है, आगे की कार्यवाही वही करेंगे।
पूजा तिवारी
डिप्टी कलेक्टर (शिकायत अधिकारी)
पोण्डा नाला में हो रहे अतिक्रमण की जानकारी है, जांच रिपोर्ट आने के बाद माफियाओ पर कार्यवाही की जायेगी।
सुरेश अग्रवाल
एसडीएम
सोहागपुर