न्यू टेन्ट हाउस में काम कर रहें नाबालिग, नाबालिग के हाथ टेन्ट लगानें का कार्य

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Ajay Namdev- 7610528622

सरकार द्वारा बाल अधिकारों और बाल संरक्षण के लिये निरंतर प्रयास किया जा रहा है। परन्तु शासन द्वारा किये प्रयास कही न कहीं अछूते रह जातें है जो शासन की योजना की नाकामियों को दिखातें है। जिसका उदाहरण हमें होटलों, कोल खदानों या गिट्टी के खानों, ठेलों, दुकानों और टेन्ट हाउसों में काम करनें वालें नाबालिग दिख ही जातें है जो सरकार की नाकामियों को दर्शातें है। 14 साल का गोलू और रामपाल यादव महज 12 वर्षो की उम्र में ही पेट के लिये  न्यू टेन्ट हाउस बदरा में कार्य करनें को विवश है।  

कोतमा। महज इतनी छोटी उम्र में बच्चे अपनें सपने सजानें का कार्य करतें है। वहीं गोलू और रामपाल ने अपनें  सपनों को भूल दूसरों की शादियों में टेन्ट लगानें का कार्य करतें है व अपनें परिवार का भरण पोषण करतें है। महज 12 साल की उम्र में ही अपनें कंधों में परिवार का भार उठा लिया है। रामपाल और गोलू परिवार के गरीब होनें के कारण टेन्ट हाउस में टेन्ट लगानें तथा निकालनें का कार्य कर रहें है। महज प्रतिदिन 200 की पूंजी पाने के लिये दिन भर अपना समय टेन्ट हाउस में देते है। यह कहता है कानून बाल श्रम (निषेध व नियमन) कानून 1986 के तहत  14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को 13 पेशा और 57 प्रक्रियाओं में, जिन्हें बच्चों के जीवन और स्वास्थ्य के लिए अहितकर माना गया है, इन पेशाओं और प्रक्रियाओं का उल्लेख कानून की अनुसूची में है। उसी अनुसूची के तहत नाबालिकों को व्यवसायिक संस्थानों में कार्य कराना कानून  में अपराध है। कोई भी व्यक्ति जो 14 साल से कम उम्र के बच्चे से काम करवाता है अथवा 14-18 वर्ष के बच्चे को किसी खतरनाक व्यवसाय या प्रक्रिया में काम देता है, उसे 6 महीने से 2 साल तक की जेल की सजा हो सकती है और साथ ही 20,000 -50,000 रूपए तक का जुर्माना भी हो सकता है।

बाल अधिकारों का हनन- बदरा के न्यू टेन्ट हाउस में नाबालिगों को कार्य लगा कर बच्चों के अधिकारों का हनन किया जा रहा है। कोतमा में बडे पैमानें में बाल अधिकारों का हनन हो रहा है । जिसको न तो जिला महिला बाल विकाश अधिकारी,महिला सशक्तिकरण और न ही कोतमा पुलिस के द्वारा कोई कार्यवाही की जा रही है। कोतमा के होटलो ,ढाबा तथा टेन्ट हाउस में कई नाबालिगों से कार्य कराया जाता है जिस पर कार्यवाही कर बाल अधिकारों के हनन में अंकुश लगाने की जरूरत है। राम लाल का है टेन्टबदरा न्यू टेन्ट हाउस रामलाल साहू का बताया जा रहा है। सरकार के द्वारा किसी भी व्यवसायिक संस्था में नाबालिक बच्चों से कार्य करनें से रोक लगा दी है। फिर भी रामलाल पैसे बचानें के लिये टेन्ट हाउस में नाबालिकों से कार्य करा रहा है। पिछले दो महीनों से शादी का सीजन चल रहा है तभी से ही रामपाल और गोलू को टेन्ट हाउस में कार्य कराया जा रहा है। राम पाल ने बताया की प्रतिदिन दो सौ रूपय के दर में कार्य करया जाता है और हम पिछले 2 महीनों से न्यू टेन्ट हाउस में कार्य कर रहें है। 

इनका कहना है-

बच्चे धूमते रहतें है इस लिये अपनें पास रख लिया हूं। उम्र15- 16 साल के लगभग है काम के आधार में पेमेंट करता हूं।

रामलाल साहू टेंट संचालक 

आप के द्वारा जानकारी दी गयी है शिकायत होनें पर कार्यवाही की जायेगी, अगर टेन्ट हाउस में नाबालिग कार्य कर रहें है तो गलत है

आर के वैश्य थाना प्रभारी कोतमा 

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