बच्चों का भविष्य अंधकार में जिम्मेदार नहीं दे रहे ध्यान

अखड़ार। 80 से 90 छात्रों का भविष्य इन दिनों अंधकार में है, बिलासपुर तहसील अंतर्गत अतरिया ,जलधारा, काश, पानी, विजय, पुरी, डूंगर, गमा, मझौली, कला , कारी, गड़ा, हरि, मानिकपुर, पिठोरी, जैतपुरी, आमदरा आदि ऐसे बहुत ग्राम हैं, कहीं पर यदि छात्र संख्या 70 से 80 तक है, यहां पर भी अतिथि शिक्षकों के भरोसे बच्चों को पढ़ाने का काम हो रहा है, बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है, इन क्षेत्रों के बच्चों के अभिभावकों द्वारा यह भी बताया गया है कि यहां के शिक्षकों का विद्यालय मैं आना जाना समय से नहीं होता, मजे की बाते तो यह है कि रजिस्टर पर हाजिरी लगाकर यहां चले जाते हैं। विद्यालयों में छात्र संख्या अधिक है, वहां पर संख्या के आधार पर अतिथि शिक्षकों की भर्ती करना चाहिए, क्षेत्रीय ग्रामीणों ने कलेक्टर से मांग की है कि जहां पर संख्या अधिक है वहां पर विषय वार अतिथि शिक्षक की भर्ती करवाई जाये, जिससे आने वाले समय में बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ न हो सके।