बीमा ग्राम के अतुल, कोतमा के शिवा और दयालू की तिकड़ी खिलाड़ी रही 52 परी का खेल

भालूमाड़ा थाना, फुनगा चौकी सहित कोतमा अनुभाग में सेटिंग का दावा
(अमित दुबे-7000656045)
कोतमा/ शहडोल। क्रिकेट के सट्टे में करोड़ों की बेनामी संपत्ति बना चुके बीमा ग्राम/ श्रमिक नगर के अतुल ने कोतमा के शिवा और सतना के कथित दयालू के साथ मिलकर यहां 52 परी का खेल शुरू कर दिया है, बीते सप्ताह भर से 52 परी की फड़े कभी जंगल तो कभी बंद कमरे में सज रही हैं। भालूमाड़ा पुलिस और फुनगा चौकी जांच और कार्यवाही की बजाय इनकी शिकायतें करने वालों को निशाने पर ले रही है, दयालू का नाम आने से पूर्व में शहडोल के बुढ़ार और उमरिया के चंदिया की यादें ताजा होती दिख रही हैं। जिस कारण संभाग की जिम्मेदारी लिये हुए वर्दीधारी फिर कटघरे में नजर आ रहे हैं।
बाहर से भी आ रहे जुआंरी
भालूमाड़ा थाना सहित फुनगा चौकी सहित कोतमा अनुभाग के कई इलाकों में जुएं की फड़ सजने लगी है। जुआरी सूझ-बूझ से जुएं की फड़ चला रहे हैं। सूत्रों की माने तो इन जुआ माफियाओं को कुछ सफेदपोश का भी संरक्षण प्राप्त है। कोयलांचल सहित आस-पास के ग्रामों में संचालित जुएं के फड़ में दांव लगाने के लिए संभागीय मुख्यालय सहित छत्तीसगढ़ सहित अन्य हिस्सों से भी बड़े बड़े जुआरियों का आना जाना लगा रहता है। वहीं अंदेशा लगाया जा रहा है कि जुएं के बढ़ते व्यापार से आपराधिक वारदातों में इजाफा होगा। जुआं माफिया द्वारा संचालित किए जाने वाले जुएं के फड़ में आने वाले जुआरियों को सुरक्षित माहौल मुहैया करवाने के नाम पर रुपये लिए जाते हैं। यह रकम जुआरियों से वसूली जाती है। यही नहीं कारोबारी जुए में हारने वाले जुआरियों को मोटे ब्याज पर कर्ज भी मुहैया करवाते हैं।
ऊपर तक सेटिंग
बीमा ग्राम के अतुल, कोतमा के शिवा और दयालू की तिकड़ी इन दिनों कोयलांचल के युवाओं को भी निशाना बना रही है, इसके अलावा सुरक्षित ठीहे के चक्कर में फंसकर कालरी कर्मचारी भी 52 परी को नचाने इनके मायाजाल में फंस रहे हैं, जिससे उनके घरों की स्थिति भी बिगड़ रही है, जानकारों का कहना है कि जिले सहित संभाग में बैठे जिम्मेदारों से सेटिंग कर कथित लोगों द्वारा 52 परी नचाई जा रही है, हालाकि स्थानीय जिम्मेदारों ने इस पूरे अवैध कारोबार को लेकर चुप्पी साधे हुए है, जिससे यह साफ जाहिर होता है कि सबका हिस्सा समय पर मिल रहा है।