भाजपा का चोला ओढ़ हड़पी शासकीय संपत्ति
पूर्व उपसरपंच पर लगे पंचायत की सामग्री रखने के आरोप
शहडोल । जहां एक ओर शासन लोक कल्याणकारी कार्यों के लिये तरह-तरह की योजनाओं के माध्यम से ग्राम पंचायत को वित्तीय रूप से सम्पन्न बना रहा है ंताकि अधिकतम जनहित हो सके वहीं पंचायतों में हो रहे भ्रष्टाचार ने जनहित को शून्य करके स्वहित में ही शासकीय राशि को व्यय करना अपना अधिकार मान लिया है। न गुणवत्तापूर्ण कार्य किये जाते हैं न ही मजदूरों को रोजगार मूलक कार्यों में मजदूरी दी जाती है। फर्जी व अपूर्ण गुणवत्ताविहीन कार्यों पर शासन की राशि स्वयं या अपने हितैषियों के लिये निपटा ली जाती है।
घर पर रख ली सामग्री
जिले की जयसिंहनगर जनपद क्षेत्र के टिहकी ग्राम पंचायत में उपसरपंच रह चुके राकेश तिवारी द्वारा ग्राम पंचायत के लिए आवंटित सामग्री पंचायत की व्यवस्था के लिए शासन द्वारा दी गई थी, लेकिन कथित नेता ने भारतीय जनता पार्टी का चोला ओढ़ शासन के राशि से खरीदी गई सामग्रियों को अपने घर पर रख लिया।
कार्यवाही कर लेनी थी परिसंपत्ति
वर्ष 2016 में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी को पत्र लिखा था कि पंचायत राज एवं ग्राम स्वराज अधिनियम 1993 की धारा 92 के अंतर्गत कार्यवाही कर ग्राम पंचायत की चल परिसंपत्ति वापस दिलाया जाये, पूर्व उपसरपंच पर आरोप था कि उनके द्वारा अनाधिकृत रूप से अपनी अभिरक्षा में रखे हुई पंचायत की संपत्ति की मांग की गई थी, लेकिन राकेश द्वारा वापस नहीं किया गया।
पंचायत की टीवी देख रहे भाजपा नेता
पूर्व सचिव शीतला प्रसाद तिवारी के प्रभार सूची में टीप के अनुसार टेलीविजन, डीटीएच, 42 इंच की एलईडी पूर्व उपसरपंच राकेश तिवारी के पास है, साथ ही पंचायत के पूर्व चपरासी अशोक कुमार द्वारा कुर्सी राउंडिंग सुपर, कुर्सी राउंडिंग सादी, कूलर, लोहे की मेज रख ली है, अनुविभागीय अधिकारी ने पत्र में लिखा था कि पंचायत राज एवं ग्राम स्वराज अधिनियम की धारा 92 के अंतर्गत प्रकरण पंजीबद्ध कराकर चल परिसंपत्ति वापस ले लिया जाये।
पूर्व में भी लग चुके हैं आरोप
खबर है कि पूर्व उपसरपंच राकेश तिवारी द्वारा भारतीय जनता पार्टी का चोला ओढ़कर ग्राम पंचायत में भाजपा के बड़े नेताओं से संबंध होने की धौंस दिखाकर सचिव सहित अन्य लोगों पर दबाव बनाता है, सूत्रों की माने तो पूर्व में कथित छुटभईये नेता द्वारा रेत चोरी के मामले में चर्चाओं में रह चुके हैं, स्थानीय लोगों का कहना है कि जिले में बैठे भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को इस मामले को संज्ञान में लेना चाहिए, क्योंकि इससे पार्टी की छवि धूमिल हो रही है, साथ जिला प्रशासन को भी इस नेता से पंचायत की हड़पी गई सामग्री वापस लेकर कथित नेता पर पुलिस में मामला दर्ज करवाना चाहिए।