विद्युत अमले की लापरवाही के भेंट चढ़ा युवक

एक की मौत, तीन गंभीर रूप से घायल
चालू विद्युत प्रवाह में ठेकेदार करवा रहा था कार्य


(अमित दुबे+8818814739)
शहडोल। जिले की धनपुरी नपा क्षेत्र अंतर्गत रिजनल स्टोर के समीप विद्युत विभाग के पोल शिफ्ंिटग कार्य में 35 वर्षीय युवक विद्युत की चपेट में आ गया और उसकी मौत हो गई। मृतक रमेश लोधी पिता रामप्रसाद धनपुरी के ही सरकारी टोला का रहने वाला था, वहीं तीन अन्य युवक जिसमें राकेश पासी पिता गणेश पासी उम्र 24 वर्ष निवासी सरकारी टोला, माखन सिंह पिता प्यारेलाल उम्र 32 वर्ष निवासी गिरवा व धनपुरी के ही आलम गंज में रहने वाले शफीक पिता मो. नासिर उम्र 19 वर्ष गंभीर रूप से घायल हो गये, जिन्हें पहले केन्द्रीय चिकित्सालय धनपुरी में उपचार दिलाने के बाद वहां से जिला चिकित्सालय शहडोल के लिए रेफर कर दिया गया।
रविवार से शुरू हुआ था काम
घटना के संबंध में बताया गया कि धनपुरी के रेलवे कालोनी में रहने वाले सतेन्द्र मिश्रा नामक ठेेकेदार की विंध्यवासनी नामक फर्म को विद्युत मण्डल कार्यालय धनपुरी से उक्त क्षेत्र में पोल शिफ्ंिटग का कार्य दिया गया था, रविवार को ठेकेदार की सूचना पर विभाग द्वारा विद्युत प्रवाह रोकने के लिए परमिट भी जारी किया गया था, सोमवार की सुबह शेष बचा कार्य पूरा करने के लिए श्रमिक यहां पहुंचे थे, लेकिन कार्य की सूचना और विभाग से विद्युत प्रवाह रोकने का परमिट ठेकेदार ने नहीं लिया था, विद्युत प्रवाह वाली झूल रही नंगी तारों के समीप श्रमिक खड़ा था, इसी दौरान वह विद्युत की चपेट में आ गया और बुरी तरह से झुलस गया।
अकुशल-अपंजीकृत थे श्रमिक
घटना के संदर्भ में बताया गया कि श्रमिक जिनसे ठेकेदार सतेन्द्र मिश्रा द्वारा काम लिया जा रहा था, वे न सिर्फ अपंजीकृत थे, बल्कि उन्हें पोल शिफ्ंिटग जैसे कार्याे का अनुभव भी नहीं था, रूपये बचाने के खातिर संभवत: ठेकेदार ने अकुशल श्रमिकों को धोखे से जोखिम भरे कार्य के लिए भेज दिया, प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि ठेकेदार द्वारा श्रमिकों को कार्य के दौरान सुरक्षा के उपकरण भी नहीं दिये गये थे, यही कारण था कि पैर में जूते न होने के कारण गीली जमीन पर खड़ा श्रमिक पास से जा रहे विद्युत प्रवाह की चपेट में आ गया।
कई घंटो चली सौदेबाजी
सोमवार की सुबह हुई घटना के बाद इस पूरे मामले को दबाने का प्रयास किया गया, पेट दर्द जैसे मामले में तत्काल रेफर करने वाले केन्द्रीय चिकित्सालय के जिम्मेदारों ने कई घंटो तक घायल श्रमिकों को अपने यहां रखा और इस बात का पूरा ख्याल किया गया कि मामला पुलिस तक न पहुंचे, वहीं एक श्रमिक की मौत के बाद भी उसके परिजनों को रूपये दिलाकर मामले को कमजोर करने व बयान बदलवाने के प्रयास की सौदेबाजी कई घंटो तक होती रही।
विद्युत विभाग की थी लापरवाही
घटना क्षेत्र के साथ ही नगर पालिका अंतर्गत आने वाले कोयलांचल के अन्य वार्डाे में भी विद्युत मण्डल की विद्युत प्रवाह वाली तारों के नीचे झूलने की शिकायत कई बार पूर्व में भी की जा चुकी थी, नपा के उपाध्यक्ष संतोष सिंह ने बताया कि खुद उन्होंने इस संबंध में पूर्व कनिष्ठ यंत्री को शिकायत सौंपकर झूल रही तारों को दुरूस्त करने की मांग की थी, पूर्व में भी इन्हीं तारों की चपेट में दो गायों की मौत हो चुकी है, यदि समय रहते कुशल श्रमिकों से कार्य करवा लिया गया होता तो आज यह बड़ी घटना कारित नहीं होती।